Airtel को Q2 में 23,045 करोड़ का हुआ नुकसान
भारती एयरटेल को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अब तक का सबसे बड़ा तिमाही घाटा हुआ है।
नई दिल्ली: भारती एयरटेल को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अब तक का सबसे बड़ा तिमाही घाटा हुआ है। जी हां टेलिकॉम कंपनी एयरटेल को सितंबर तिमाही में 23045 करोड़ का भारी भरकम घाटा हुआ है। कंपनी ने रिपोर्ट में जानकारी दी है कि एडजेस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) के लिए कंपनी ने सितंबर तिमाही में 28450 करोड़ के प्रोविजंस किए हैं, जिससे उसका घाटा सितंबर तिमाही में बढ़कर 23045 करोड़ हो गया। वहीं कंपनी को अपने तिमाही नतीजों की घोषणा अक्टूबर में करनी थी, लेकिन एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) इश्यू की वजह से तब इसे टाल दिया गया था। कंपनी को एक साल पहले की समान तिमाही में 118.80 करोड़ का मुनाफा हुआ था।
सुप्रीम कोर्ट ने भुगतान करने का दिया था आदेश
जानकारी दें कि भारती एयरटेल ने एक बयान में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 24 अक्टूबर 2019 के एक फैसले में दूरसंचार कंपनियों को पुराने वैधानिक बकायों का भुगतान करने का आदेश दिया था। कोर्ट के इस फैसले से दूरसंचार कंपनियों के फाइनेंशियल पर बड़ा असर हुआ है। बता दें कि कंपनियों के राजस्व में सरकार की हिस्सेदारी और शुल्कों के निर्धारण में उनकी समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) की गणना को लेकर उच्चतम न्यायालय के हाल के निर्णय के बाद कंपनियों ने उन पर बढ़ते वित्तीय संकट की बात कही थी।
वहीं दूसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 4.90 फीसदी बढ़कर 21,131 करोड़ रुपये रहा है। हालांकि कॉरपोरेट टैक्स कट की वजह से दूसरी तिमाही में डेफर्ड टैक्स गेन 8932 करोड़ रुपये रहा है। जबकि यह एक साल पहले की समान तिमाही में 2,632.60 करोड़ रुपये रहा था। दूसरी तिमाही में कंसो एबिटडा 40.90 फीसदी बढ़कर 8,936 करोड़ रुपये रहा है। जानकारी दें कि भारती एयरटेल के एमडी और सीईओ, भारत और दक्षिण एशिया, गोपाल विट्टल ने कहा कि सीजनली कमजोर तिमाही के बावजूद, हमने दूसरी तिमाही में रेवेन्यू में पॉजिटिव ग्रोथ देखी है। डाटा ट्रैफिक ग्रोथ सालाना आधार पर मजबूत रही है। वहीं, इस दौरान हमने करीब 80 लाख 4G कस्टमर अपने नेटवर्क से जोड़े हैं।