China : बैंकों के भागने का खतरा बढ़ा, पैसे निकालने वालों की लगी लाइनें
नई दिल्ली। पहले अमेरिका से चला लंबा ट्रेड वॉर, उसके बाद कोरोना महामारी से चीन की अर्थव्यवस्था प्रभावित रही है। इसका खराब असर अब दिखने लगा है। इसके चलते बैंकों पर सबसे खराब असर पड़ा है। स्थिति यह है कि चीन के रिजर्व बैंक यानी पीपुल्स बैंक ऑफ चीन ने बैंकों पर बड़े ट्रांजेक्शन को लेकर कई कड़े नियम लागू किए हैं। इसमें से एक नियम है कि बैंक से अगर बड़ी रकम निकालनी है तो लोगों को पहले बैंक को इसकी सूचना देनी होगी। इसके बाद बैंक की अनुमति से ही यह रकम निकाली जा सकेगी। ऐसे में लोगों के अंदर बैंकों को लेकर भय बैठ गया है और लोग बैंकों के सामने लंबी लंबी लाइनें लगाकर पैसे निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
लोगों में कौन सा भय ज्यादा है
आमतौर पर चीन में बैंकों में पैसे निकालने के नए नियम और कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन का डर सबसे ज्यादा है। चीन में सरकार की मनमानी चलती है। इसीलिए लोगों को भय है कि कहीं कोरोना के दोबारा फैलने के बाद चीन में दोबारा लॉकडाउन न लगा दिया जाए। ऐसे में लोग चाहते हैं कि उनके पास पैसा रहे। वहीं दूसरा डर है कि अभी बैंक से ज्यादा पैसा निकालने पर नियंत्रण लगाया गया है, लेकिन यह नियंत्रण कम पैसे निकालने पर भी लग सकता है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा पैसा अभी निकाल लिया जाए।
क्यों लग रही है बैंकों के सामने लाइन
चीन में बैंकों और अर्थव्यवस्था को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। लोगों को बैंकों के भाग जाने और कर्जदारों के बीच कर्ज के डूब जाने की आशंकाओं के चलते बैंकों से बड़ी राशि की निकासी पर रोक लागू हो गई है। चीन की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन में बैंकों पर भारी कर्ज है, जिसके मद्देनजर ग्राहकों को ये लगने लगा है कि बैंक कभी भी उनका पैसा लेकर भाग सकते हैं। ऐसे में लोग बैंकों से बड़े पैमाने पर पैसा निकाल रहे हैं जिससे हड़कंप मच गया है। लोग जल्द से जल्द पैसा निकालना चाहते हैं। यही कारण है कि चीन में बैंकों के सामने लम्बी लंबी लाइनें देखी जा सकती हैं।
ये है आदेश
मीडिया में आई जानकारी के अनुसार, पीपुल्स बैंक ऑफ चीन ने बिना पूर्वानुमति के बड़ी मात्रा में नकदी निकालने वाले व्यवसायों और व्यक्तियों पर सीमाएं पहली बार हुबेई प्रांत में एक पायलट परियोजना के रूप में शुरू की हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इसे अन्य क्षेत्रों में भी लागू किया जा सकता है। कर्जदारों के कर्ज के डूब जाने और बैंकों के भाग जाने के डर से अब चीन ने बैंकों से बड़ी राशि की निकासी पर रोक लगाने की घोषणा की है।
ये है पैसे निकालने को लेकर आदेश
चीन में इन आदेशों के बाद अब अगर कोई ग्राहक 100,000 युआन (भारतीय मुद्रा में करीब 10 लाख रुपये) से ज्यादा बैंक से पैसे निकालता है या कोई कारोबारी 500,000 युआन (भारतीय मुद्रा में करीब 50 लाख रुपये) से ज्यादा बैंक से पैसे निकालता है, तो बैंक को इसके बारे में तुरंत सूचित करना पड़ेगा। पिछले कुछ समय से बैंकों के चीन से भाग जाने का खतरा बढ़ता जा रहा है। पिछले महीने उठाए गए इन कदमों की वजह से दो बैंकों को भागने से रोका जा सका है। वहीं पिछले साल चीनी सरकार ने कई बैंकों को जब्त भी कर लिया था।
बैंक पैसा देने में असमर्थ हो रहे
चीनी मीडिया में ऐसी रिपोर्ट्स भी देखी गई हैं, जिनमें बताया गया है कि कई स्थानीय बैंक ग्राहकों को भुगतान करने में असमर्थ हो रहे हैं, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग अपनी जमा राशि को निकालने के लिए एकत्र हुए थे। इतना ही नहीं, वे अपने बैंक खातों से राशि भी ज्यादा से ज्यादा निकाल रहे हैं। लेन-देन पर अंकुश लगाने के लिए 2 साल के पायलट प्रोजेक्ट का विस्तार इस साल अक्टूबर में झेजियांग और शेन्ज़ेन प्रांत में किया जाएगा। इन तीन प्रांतों के करीब 7 करोड़ लोग यहां पर रहते हैं। ऐसी खबरें हैं कि खाताधारकों की भीड़ नकदी निकालने के लिए बड़ी संख्या में बैंकों पर पहुंच रही है।
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