Auto Sales : मार्च में कैसा रहा ऑटो सेक्टर का हाल, सबको पछाड़ कर आगे निकली Maruti
ऑटो सेक्टर के लिए मार्च का महीना मिला-जुला रहा है। वित्त वर्ष 2021-22 के आखिरी महीने मार्च के लिए ऑटो कंपनियों ने अपनी सेल्स के आंकड़े जारी कर दिए हैं।
नई दिल्ली, अप्रैल 2। ऑटो सेक्टर के लिए मार्च का महीना मिला-जुला रहा है। वित्त वर्ष 2021-22 के आखिरी महीने मार्च के लिए ऑटो कंपनियों ने अपनी सेल्स के आंकड़े जारी कर दिए हैं। इस दौरान कुछ कंपनियों की सेल में इजाफा देखा गया तो कुछ कंपनियों के बिक्री में गिरावट आई। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी समेत सभी बड़ी कंपनियों ने अपनी मार्च महीने की बिक्री के आंकडें जारी कर दिए हैं। इसमें देखा गया है कि मार्च में हुंदै की कुल बिक्री 14 प्रतिशत घटकर 55,287 इकाई रह गई, वहीं टाटा मोटर्स की कुल बिक्री मार्च में 30 प्रतिशत बढ़ी, जबकि निसान इंडिया की बिक्री 25 प्रतिशत घटी तो वहीं मारुति सुजुकी ने 1,70,395 गाड़ियां बेची। चलिए आपको सभी कंपनियों के सेल्स रिकॉर्ड के बारे में बातते है।
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मारुति ने मारी बाजी
सबसे पहले बात करें कार विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की तो मारुति सुजुकी इंडिया ने 1,70,395 इकाई की बिक्री के साथ मार्च में कुल थोक बिक्री में दो प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। हालांकि कंपनी द्वारा घरेलू स्तर पर उपलब्ध करवाई गई गाड़ियां की संख्या सात प्रतिशत घटकर 1,43,899 इकाई रह गई जो मार्च 2021 में 1,55,417 इकाई थी। बता दें कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में 13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 16,52,653 इकाइयों की बिक्री की।
टाटा मोटर्स की बिक्री 30 % बढ़ी
टाटा मोटर्स ने कहा कि मार्च 2022 में उसकी कुल घरेलू बिक्री 30 प्रतिशत बढ़कर 86,718 इकाई हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 66,462 इकाई थी। इस पर कंपनी ने कहा कि उसके यात्री वाहनों की थोक बिक्री पिछले महीने 43 प्रतिशत बढ़कर 42,293 इकाई हो गई, जो मार्च 2021 में 29,654 इकाई थी। टाटा मोटर्स के कमर्शियल वाहनों की बिक्री मार्च में 47,050 इकाई रही, जो पिछले साल के इसी महीने में 40,462 इकाई थी।
टोयोटा की सबसे अच्छी मासिक बिक्री
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की सबसे अच्छी मासिक बिक्री इस मार्च में हुई जब उसने कुल 17,131 इकाइयां बेची। कंपनी ने कहा कि इस वर्ष मार्च में हुई बिक्री मार्च 2021 के मुकाबले 14 फीसदी अधिक है जब उसने 15,001 गाड़ियां बेची थीं। टीकेएम ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में उसने 1,23,770 इकाइयों की थोक बिक्री के साथ 58 प्रतिशत संचयी वृद्धि दर्ज की है। वित्त वर्ष 2020-21 में 78,262 इकाइयों की बिक्री हुई थी।
हुंदै मोटर की बिक्री घटी
वहीं दूसरी ओर हुंदै मोटर इंडिया की कुल बिक्री सालाना आधार पर मार्च में 14 प्रतिशत घटकर 55,287 इकाई रही। कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि इससे पिछले वर्ष के इसी महीने में उसने 64,621 इकाइयों की बिक्री की थी। वहीं 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी ने कुल 6,10,760 इकाइयों की बिक्री की, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2020-21 की बिक्री की तुलना में छह प्रतिशत अधिक है। तब कंपनी ने 5,75,877 इकाइयां बेची थी।
25% घटी निसान की भी बिक्री
निसान इंडिया की घरेलू बाजार में थोक बिक्री मार्च में 25 प्रतिशत घटकर 3,007 इकाई रही। कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उसने मार्च, 2021 में 4,012 वाहन बेचे थे। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि 31 मार्च, 2022 को समाप्त वित्त वर्ष में कंपनी की घरेलू स्तर पर बिक्री 37,678 इकाई रही। वहीं वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी की घरेलू थोक बिक्री 18,886 इकाई रही थी।
स्कोडा ने पांच गुना अधिक कारें बेची
स्कोडा ऑटो इंडिया की मार्च में 5,608 इकाइयां बिकीं जो पिछले वर्ष समान महीने में बिकी 1,159 गाड़ियों के मुकाबले पांच गुना अधिक है। कंपनी ने कहा कि यह एक महीने में उसका सर्वाधिक बिक्री आंकड़ा है। इससे पहले कंपनी का मासिक सर्वाधिक बिक्री आंकड़ा जून 2012 में 4,923 इकाई था।
एमजी की खुदरा बिक्री बिक्री घटी
एमजी मोटर इंडिया की खुदरा बिक्री मार्च में 14.5 घटकर 4,721 इकाई रह गई। कंपनी ने इसकी वजह सेमीकंडक्टर की वैश्विक स्तर पर कमी और कोविड-19 के नए स्वरूप के कारण आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान आना बताया। पिछले वर्ष मार्च में कंपनी ने 5,528 इकाइयों की खुदरा बिक्री की थी।