Panna में फिर एक व्यक्ति को मिला Diamond, 50 लाख रु हो सकती है कीमत
नई दिल्ली, अक्टूबर 06। मध्य प्रदेश के पन्ना में हीरे निकलते रहते हैं। हाल के दिनों में वहां कई लोगों को हीरे मिले हैं। सितंबर महीने से लेकर अब तक लोगों को मिल रहे हैं। इसी बीच नोएडा के एक व्यक्ति ने अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया और खुद के नाम पर वहां खदान ली। मगर हीरे नहीं मिले। फिर उसने पत्नी के नाम पर खदान ली। पत्नी के नाम पर खदान लेना उसके लिए लकी साबित हुआ। उसे एक ही साल में 7 हीरे मिल गए। उसे जो 7वां हीरा हाल में मिला है, उसकी कीमत करीब 50 लाख रु तक आंकी जा रही है।
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एक साल पहले शुरू की खोज
कुछ दिनों पहले एक व्यक्ति एक दिन में 6 हीरे एक ही खदान से खोजने में कामयाब रहा था। तब एक दिन में 10 हीरे पन्ना के हीरा ऑफिस में जमा कराए गए थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पन्ना की जमीन अपने अंदर हीरों का भंडार समाए हुए है। इसीलिए देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग यहां आते हैं और अपनी किस्मत आजमाते हैं। नोएडा के रहने वाले राणा प्रताप सिंह ने भी यही किया। वे यहां करीब एक साल से हीरे ढूंढ रहे थे।
अब मिली कामयाबी
राणा ने अपने नाम से खदान ली और हीरे ढूंढने शुरू किए। पर उन्हें एक या आधा कैरेट का ही हीरा मिला। वे काफी निराश हो गए। मगर फिर उन्होंने अपनी पत्नी मीना के नाम पर खदान ली। इससे उस खदान से उन्हें कई हीरे मिले। हाल ही में उन्हें 9.64 कैरेट का हीरा मिला। ये जेम्स क्वालिटी का है और अब तक का उनका सबसे बड़ा हीरा है।
50 लाख रु तक कीमत
राणा को जो हीरा मिला, उसे वे हीरा कार्यालय में जमा कर चुके हैं। इसी दौरान उसकी अनुमानित कीमत बताई गई, जो कि 50 लाख रु तक हो सकती है। इस हीरे की नीलामी होगी। माना जा रहा यह हीरा नीलामी में सबसे ज्यादा में बिक सकता है। बता दें कि राणा और उनकी दोनों अपने हाथों से खदान में मिट्टी खोद रहे थे। फिर वे उसकी साफ-सफाई करते। हीरा भी उनकी पत्नी को मिला।
6 हीरे और मिले
अब तक उन्हें एक ही महीने में 6 हीरे मिल चुके हैं। सारे हीरे उज्जवल किस्म के हैं। पहला हीरा 2.13 कैरेट का रहा। बाकी पांच 1 कैरेट से कम के हैं। पन्ना की उथली खदानों में छोटे-छोटे हीरे निकलते रहे हैं। कुछ समय पहले सतना के अशोक खरे को भी 2 हीरे मिले थे, जिनका वजन 6.37 कैरेट था। वहीं पन्ना के जगन जड़िया 4.74 कैरेट और पन्ना के ही लखन केवट 3.47 कैरेट का हीरा ढूंढने में कामयाब रहे थे।
होती है नीलामी
पन्ना की खदानों में लोगों को जो हीरे मिलते हैं उनकी नीलामी होती है। वहां साल में दो बार नीलामी का आयोजन किया जाता है। ये नीलामी कलेक्टर की देख-रेख में होती है। इस नीलामी में देश भर के बड़े जौहरी और हीरा कारोबारी हिस्सा लेते हैं। राणा के 7 सहित करीब 130 से अधिक हीरे नीलाम होंगे। बता दें कि हीरों का एक न्यूनतम रेट पहले ही तय किया जाता है।