राहत पैकेज : हर अमेरिकी को मिलेगा 1 लाख रु, बच्चों को 50 हजार
न्यूायर्क/नई दिल्ली। ट्रंप सरकार ने 2 लाख करोड़ डॉलर (148 लाख करोड़ रुपये) का ऐतिहासिक पैकेज घोषित किया है। इस राहत पैकेज में ज्यादातर अमेरिकी नागरिकों को डायरेक्ट पेमेंट के तहत नगद भुगतानन किया जाएगा। इस ऐलान के बाद से दुनियाभर के बाजारों का सेंटीमेंट मजबूत हुआ है। अमेरिकी व्हाइट हाउस और डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं ने अभूतपूर्व आपातकालीन कानून पर सहमति जता दी है। इसका मकसद कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच बिजनेस, वर्कर्स और हेल्थ केयर सिस्टम को सपोर्ट देना है। कोरोनावायरस महामारी का दायरा इतना बड़ा है कि अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़े आर्थिक पैकेज का ऐलान किया गया है।
ये है अमेरिका का आर्थिक पैकेज
ट्रंप सरकार ने 2 लाख करोड़ डॉलर के ऐतिहासिक पैकेज का ऐलान किया है। इस राहत पैकेज में ज्यादातर अमेरिकी नागरिकों को डायरेक्ट पेमेंट के तहत नगद भुगतान किया जाएगा। अमेरिका के हर वयस्क व्यक्ति को वन टाइम 1200 डॉलर (करीब 90 हजार रुपये) और बच्चों को 500 डॉलर (करीब 45 हजार रुपये) दिया जाएगा। इसके साथ ही छोटे कारोबारियों को 367 अरब डॉलर मुहैया कराए जाएंगे, ताकि उनके जिन कर्मचारियों को मजबूरी में घर रहना पड़ रहा है, उनको सैलरी मिल सके। वहीं बड़ी इंडस्ट्रीज को सस्ते लोन दिए जाएंगे। अस्पतालों को भी जरूरी सपोर्ट दिया जाएगा।
ट्रंप ने वादा पूरा किया
यह पैकेज ऐसे समय में आया है जब प्रेसिडेंट डॉनल्ड ट्रंप ने ऐलान किया था कि ईस्टर तक वह अमेरिकी नागरिकों तक मदद पहुंचा देंगे। और वह वादा आज ही पूरा हो गया। वहीं ईस्टर 12 अप्रैल को है।
कोरोना वायरस का अमेरिका में बढ़ रहा कहर
अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। अभी तक वहां 50000 से ज्यादा लोग कोरोना से पॉजिटिव पाए गए। इसके अलावा 500 से ज्यादा लोगों की जान भी जा चुकी है। इसके चलते अमेरिका में भारी दिक्कतें पैदा हो गई हैं। उम्मीद है कि इस राहत पैकेज से लोगों सहित इंडस्ट्री को मदद मिलेगी।
जानिए राहत पैकेज में किसको क्या मिलेगा
-25,000 करोड़ डॉलर का फंड ऐसे लोगों के लिए जिनकी नौकरी कोरोनावायरस के कारण चली गई या जिनका रोजगार प्रभावित हुआ है। ऐसे लोगों तक सरकार सीधे चेक भेजेगी।
-सालाना 75 हजार डॉलर या इससे कम ग्रॉस कमाई करने वाले व्यक्ति को 1200 डॉलर का सहयोग मिलेगा। -मौजूदा दरों के अनुसार यह रकम भारतीय रुपये में 90 हजार के करीब होती है।
- 1,50,000 डॉलर सालाना ग्रॉस कमाई करने वाली दंपत्ति को 2400 डॉलर का सहयोग मिलेगा।
-हर बच्चे के लिए 500 डॉलर अलग से मिलेंगे।
-35 हजार करोड़ डॉलर का एमरजेंसी लोन फंड अमेरिका की छोटी कंपनियों के लिए, ताकि उनका बिजनेस बंद न हो।
-25 हजार करोड़ डॉलर का फंड एम्प्लॉयमेंट इंश्योरेंस बेनिफिट के तौर पर जारी किया जाएगा।
-50 हजार करोड़ डॉलर का फंड संकटग्रस्त कंपनियों को लोन के तौर पर दिया जाएगा।
-डील में एक विशेष प्रावधान किया है। इससे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, उनके परिवार का कोई सदस्य, कांग्रेस का कोई सदस्य इस पैकेज की राशि से कोई लोन या निवेश हासिल नहीं कर पाएंगे। यह प्रावधान रकम के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए किया गया है।
अमेरिका में घोषित राहत पैकेज से देश का शेयर बाजार उछला
अमेरिका में राहत पैकेज के ऐलान के बाद आज देश के शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली। 2009 के बाद बाजार में सबसे बड़ी इंट्रा डे तेजी आज देखने को मिली। सेंसेक्स में 1800 अंकों से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है। वहीं निफ्टी 6 फीसदी की रफ्तार के साथ 8300 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक भी 1400 अंकों से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ।
भारत को लॉकडाउन से होगा 9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले 21 दिनों के लिए पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया है। आशंका है कि इन 21 दिनों में इकोनॉमी को करीब 120 अरब डॉलर यानी करीब 9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। इसका मतलब है कि जीडीपी में करीब 4 फीसदी की कमी आ सकती है।