गजब की कमाई : ये हैं टॉप 10 फसलें, कोई भी शुरू कर सकता है कमाई
नई दिल्ली, सितंबर 10। भारत एक कृषी प्रधान देश है। यहा की अधिकतर जनसंख्या अपनी जिविका के लिए खेती पर निर्भर है। देश में फसलों को लेकर भी विविधता है। सभी क्षेत्रों में भिन्न भिन्न प्रकार के फसलों की खेती की जाती है। भारत में बहुत सारी फसले ऐसी है जिनकी खेती करने से किसान को बहुत अच्छा लाभ हो सकता है। चलिए आज हम आपको 10 फसलों के विषय में बताते हैं जिससे अच्छी कमाई की जा सकती है।
LIC का नया पेंशन प्लान : 1 प्रीमियम देने के बाद जिंदगी भर मिलेगा पैसा
1. चंदन की खेती में है खूब पैसा
चंदन एक पौधा एक प्रकार का खुशबूदार पौधा होता है। चंदन की 20 तरह की प्रजातियां पाई जाती हैं। चंदन का प्रयोग धार्मिक कार्यों से लेकर दवाई के लिए भी किया जाता है। चंदन का प्रयोग परफ्यूम बनाने के लिए, हवन सामग्री बनाने के लिए किया जाता है। चंदन की खेती गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र के किसान सबसे ज्यादा करते हैं। चंदन की खेती के लिए एक खास प्रकार के मिट्टी, पानी, तापमान की आवश्यकता होती है। चंदन की खेती अगर बडे पैमाने पर किया जाए तो करोड़ो की कमाई की जा सकती है।
2. तुलसी के खेती है मालदार
तुलसी का पौधा एक औषधि पौधा होता है, और यह सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। किसान इसकी खेती करके लाखों करोड़ों रुपए की कमाई कर सकते हैं। इसकी खेती के लिए उष्णकटिबंधीय और कटिबंधीय दोनों ही तरह की जलवायु उपयोगी होती है। तुलसी के फसल की देखभाल की ज्यादा जरूरी होती है। यह फसल कमाई के नजरिए से बेहतरीन विकल्प है।
3. मशरुम की फार्मिंग
आज के समय में मशरूम एख काफी डिमांडिंग प्रोडक्ट बन गया है। यह एक ऐसी फसल है, जो किसानों को 4 से 6 गुना की कमाई कराता हैं। इस प्रोडकट् की डिमांड दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। अभी भी मशरूम का उत्पादन हो नहीं पा रहा है। अगर आप इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं तो आप अच्छा मुनाफा कमाना शुरू कर सकते हैं। मशरूम की खेती के लिए आप ट्रेनिंग भी ले सकते हैं।
4. वनीला फार्मिंग
वनीला की खेती लाखों की कमाई कराने वाला खेती है। वनीला का प्रयोग मिठाई, शराब, परफ्यूम, आइसक्रीम समेत बहुत सारी चीजों के लिए किया जाता है। वनीला की खेती अब बढ़ती जा रही है और अब लोग इसकी खेती की ओर भी ध्यान दे रहे हैं। कमाई के लिए यह एक बेहतरीन खेती का विकल्प है। यह पूरी तरह से बिजनेस फार्मिंग है।
5. ईसबगोल की फार्मिंग भी है विकल्प
इसबगोल की खेती सबसे ज्यादा गुजरात, पंजाब, हरियाणा ,उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में होती है। इस उत्पाद की एक औषधीय पौधे की खेती होती है। इसके माध्यम से लाखों रुपए की कमाई होती है। सरकार इसबगोल की खेती के लिए सब्सिडी भी देती है। ईसबगोल की भूसी में प्राकृर्तिक औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह सेहत के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं।
6. एलोवेरा की खेती है आसान
आज के समय मे हर घर में एलोवेरा का इस्तेमाल किया जाता है, लोग इसे आयुर्वेदिक दवा और तौर अन्य काम के लिए प्रयोग करते हैं। सभी जगह अब एलोवेरा का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी खेती के माध्यम से लाखों रुपए तक की कमाई हो सकती है। एलोवेरा की डिमांड मार्केट में हमेशा ही बनी रहती है। आने वाले समय में इसकी डिमांड और भी बढ़ेगी। रेतीली मिट्टी एलोवेरा की खेती के लिए बहुत ही उपयुक्त होती है। इसकी खेती आसान है और कमाई बेहतरीन।
7. अफीम की फार्मिंग
यह खेती भारत में सामान्य रुप से गैरकानूनी है, लेकिन सरकार से अनुमति लेने के बाद इसकी खेती की जा सकती है। इसकी खेती करने के लिए लाइसेंस की जरूरत पड़ती है। इसकी कमाई से लाखों करोड़ो रुपए की कमाई होती है। अभी तक जितनी भी फसलों की बात हमने की हैं उसमें सबसे ज्यादा मुनाफा अफीम की खेती से ही मिलता है। अफीम की बुआई, अक्टूबर नवंबर में की जाती है।
8 अश्वगंधा कराता है कमाई
अश्वगंधा की खेती करना मोटी कमाई का साधन है। इस उत्पाद की खेती सितंबर और अक्टूबर के महीने में सबसे ज्यादा होती है। उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों के किसान सबसे ज्यादा अश्वगंधा की खेती करते हैं। अश्वगंधा के फल बीज और छाल की मदद से अनेक प्रकार की दवाइयां बनाई जाती हैं। अश्वगंधा एक बेहतरीन फसल है जो कामाई करा सकता है।
9. सफेद मुसली की फार्मिंग
यह खेती बहुत ही ज्यादा मेहनत वाली खेती होती है। लेकिन इसकी खेती से कमाई भी बहुत है। आयुर्वेदिक और यूनानी दवाई बनाने में यह काफी उपयोग होता है। सफेद मूसली का फल जमीन के अंदर गाड़ा जाता है, और उससे निकलने वाले फूल से बीज बनाकर उन्हें बाजार में बेच दिया जाता है। इस फसल के उत्पाद से कमाई असीमित है। सफेद मुसली की खेती के लिए काली चिकनी मिट्टी आइडियल है, और यह गर्म और आद्र जलवायु में ही उगाई जाती है।
10- अदरक की खेती
अदरक एक रोज उपयोग में आने वाला वस्तु है। बाजार में इसकी मांग तो रहती ही है लेकिन यह हमेशा महंगा होता है। इसकी खेती करके बेहतरीन लाभ कमाया जा सकता है। भोजन बनाने से लेकर औषधी तक इसका प्रयोग होता है।