अलर्ट : Startup में करते हैं जॉब तो जा सकती है नौकरी, जानें मामला
नई दिल्ली, जुलाई 01। अगर आप किसी स्टार्टअप में काम करते है तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। स्टार्टअप कंपनियां इस साल अब तक तकरीबन 12,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी हैं। 2022 के अंत तक यह आंकड़ा 60 हजार के पार पहुँच सकता है। ओला, ब्लिंकिट, बायजूस, अनएकेडमी, वेदांतू, कार्स24, मोबाइल प्रीमियर लीग, लीडो लर्निंग, एमफाइन, ट्रेल, फारआई, फरलैंको समेत कई कंपनियां अब तक हजारों लोगों की छटनी कर चुकी हैं। एडटेक और ई-कॉमर्स स्टार्टअप भी इस साल हजारों कर्मचारियों को निकालने की तैयारी में हैं।
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बड़ी कंपनियां भी कर रही है छटनी
आस्क प्राइवेट वेल्थ हुरुन इंडिया के फ्यूचर इंडेक्स 2022( हुरुन इंडिया फ्यूचर इंडेक्स) के अनुसार भारत की लगभग 122 स्टार्टअप कंपनियां यूनिकॉर्न बनने की राह पर हैं। जिन कंपनियों को वैल्यूएशन एक अरब डॉलर से अधिक हो जाता है उन्हें यूनिकॉर्न कहा जाता है। भारत के लगभग सभी स्टार्टअप में फंड लागातार आ रहा है। लेकिन दुखद यह है कि सभी कंपनियां छटनी भी कर रही हैं। स्टार्टअप कंपनियों के वर्क कल्चर के जानकारों के मुताबिक इस साल के अंत तक कंपनियां रिस्ट्रक्चरिंग और कॉस्ट मैनेजमेंट के बहाना दे कर कम से कम 50,000 कर्मचारियों को नौकरी से बाहर कर सकती है। जो स्टार्टअप पूरी तरह स्टैबलिश हो गए हैं जैसे ओला, अनएकेडमी, वेदांतू, कार्स24, एमपीएल उन्होंने भी कर्मचारियों की छंटनी की है।
डिमांड में आई है कमी
हुरुन इंडिया के चीफ रिसर्चर और एमडी अनस रहमान जुनैद का कहना है कि ग्लोबल इकॉनमी में अभी स्थिरता नही है जिसके कारण, आशंका है कि भारतीय स्टार्टअप कंपनियों की वैल्यूएशन और पूंजी जुटाने की क्षमता प्रभावित होगी। मामले की गंभीरता को इस बात से ही समझा सकता है कि दुनिया की सबसे वैल्यू लेवल एडटेक कंपनी बायजूस ने अभी तक 2500 से अधिक नौकरी करने वालों की छंटनी की है। मनीकंट्रोल के रिपोर्ट के अनुसार कोविड के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान एडटेक सर्विस में कर्मचारियों की मांग में भारी तेजी आई थी। लेकिन स्थिति सामान्य होने के बाद से डिमांड में काफी गिरावट आई है। हाल के कुछ महीनों में एडटेक सेक्टर की कंपनियों ने हजारों कर्मचारियों की छटनी की है।