SBI के बाद एक और बैंक ने महंगा कर दिया लोन, बढ़ेगा EMI का बोझ
नई दिल्ली, अप्रैल 19। एक्सिस बैंक के ग्राहकों के लिए बुरी खबर है। एसबीआई, कोटक महिंद्रा बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के बाद एक्सिस बैंक ने भी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में बढ़ोतरी की घोषणा की है। एक्सिस बैंक की वेबसाइट के अनुसार सभी अवधि के लिए एमसीएलआर दरों में 5 आधार अंकों की वृद्धि की गई है। नई दरें 18 अप्रैल, 2022 से प्रभावी हैं। यानी अब जिन लोगों ने पहले लोन ले रखा है उनकी भी ईएमआई बढ़ जाएगी। साथ ही नये लोन लेने वालों को तो ज्यादा ब्याज दर पर लोन मिलेगा ही।
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कितनी होगी ब्याज दर
एक्सिस बैंक ने एक साल की अवधि के लिए एमसीएलआर बढ़ा कर 7.40 फीसदी कर दी है। इसी तरह दो साल और तीन साल के लिए एमसीएलआर बढ़ा कर क्रमश: 7.50 फीसदी और 7.55% कर दी गयी है। ओवरनाइट, एक महीने, तीन महीने और छह महीने की एमसीएलआर को 0.05 प्रतिशत बढ़ा कर क्रमश: 7.20 फीसदी, 7.30 फीसदी और 7.35 फीसदी कर दिया गया है।
जानिए बाकी अवधियों के लिए लोन रेट
एक्सिस बैंक ने एक साल के लिए बढ़ा कर 7.40 फीसदी, दो साल के लिए 7.50 फीसदी और तीन साल के लिए 7.55 फीसदी कर दी गयी है। एमसीएलआर में बढ़ोतरी से आम तौर पर कर्जदारों का ब्याज बढ़ेगा। एमसीएलआर में वृद्धि मौजूदा उधारकर्ताओं की ईएमआई को भी प्रभावित करेगी, जब उनकी डेब्ट रीसेट तिथियां आ जाएंगी।
एसबीआई की नयी दरें
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एसबीआई ने भी 15 अप्रैल से सभी अवधियों के लिए अपने एमसीएलआर में 10 आधार अंकों की वृद्धि की। कोटक महिंद्रा बैंक ने 16 अप्रैल से अपने एक वर्षीय एमसीएलआर को 5 बीपीएस से बढ़ा कर 7.4 प्रतिशत कर दिया। बैंक ऑफ बड़ौदा ने 12 अप्रैल से अपने एमसीएलआर में 5 आधार अंकों की वृद्धि की।
क्या होती है एमसीएलआर
एमसीएलआर वह न्यूनतम उधारी दर है, जिसके नीचे किसी बैंक को उधार देने की अनुमति नहीं है। वाणिज्यिक बैंकों के लिए उधार दरों को निर्धारित करने के लिए एमसीएलआर ने पहले के आधार दर सिस्टम को बदल दिया। लोन के लिए ब्याज दरें निर्धारित करने के लिए आरबीआई ने 1 अप्रैल 2016 को एमसीएलआर लागू किया।
एसबीआई की नयी दरें
एसबीआई ने ग्राहकों के लिए ओवरनाइट से लेकर 3 महीने तक की एमसीएलआर को 6.65 फीसदी से बढ़ा कर 6.75 फीसदी कर दिया है। वहीं 6 महीने के लिए इसे 6.95 फीसदी से बढ़ा कर 7.05 फीसदी और 1 साल वाले एमसीएलआर को 7.10 फीसदी कर दिया गया है। इसके अलावा 2 साल के लिए एमसएलआर को बढ़ा कर 7.30 फीसदी कर दिया गया है। इसी प्रकार 3 साल के लिए एमसीएलआर को बढ़ा कर 7.40 फीसदी कर दिया गया है। इस ब्याज दर में बढ़त से एसबीआई की कमाई में हर साल करीब 1800 करोड़ रुपये का इजाफा होगा। यह 1800 करोड़ रुपये बैंक के ग्राहक ब्याज के रूप में चुकाएंगे। 1 अक्टूबर, 2019 से, एसबीआई सहित सभी बैंकों को केवल एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड ब्याज दर पर ही उधार देना होता है जैसे कि आरबीआई की रेपो दर या ट्रेजरी बिल यील्ड।