बेरोजगार होने के बाद इस शख्स ने तैयार किए सोने-चांदी के मास्क, अब हो गया मालामाल
नयी दिल्ली। जब से कोरोना संकट आया है तब से जिन चीजों की डिमांड सबसे अधिक रही है उनमें मास्क और सेनिटाइजर शामिल हैं। लगभग हर व्यकित मास्क लगाता है, जो कि जरूरी भी है। पर आप जो मास्क लगाते हैं उसकी कीमत कितनी है? ये इस बात पर निर्भर करता है कि वो किस चीज से बनाया गया है और कोरोना वायरस से बचने में कितना कारगर है। पर लोग कोरोना से बचाव के साथ-साथ मास्क में भी फैशन और डिजाइन को नहीं छोड़ रहे। इसीलिए कई डिजाइनर और ज्वेलरी बनाने वाले भी तरह-तरह के मास्क डिजाइन कर रहे हैं। एक ऐसे ही व्यक्ति हैं जिन्होंने मास्क को एक नया आयाम दिया है। उन्होंने सोने और चांदी से तैयार किए गए मास्क का कारोबार शुरू कर दिया।
बेरोजगारी में शुरू किया नया कारोबार
हम जिस व्यक्ति के बारे में बात करने जा रहे हैं वे हैं तुर्की के साबरी डेमिरसी। साबरी कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में बेरोजगार हो गए थे। पर उन्होंने इसे एक मौके की तरह देखा। वे एक शिल्पकार हैं और कई दशकों से सोने-चांदी के काम में लगे हुए हैं। कोरोना वायरस फैलने से उनकी दुकान बंद हो गई। मगर उस दौरान उन्हें पता चला कि चांदी में बहुत सी जीवाणुरोधी विशेषताएं होती हैं। बस फिर क्या था उन्होंने चांदी और सोने से मिला कर मास्क बनाने शुरू कर दिए। धीरे-धीरे कुछ ही समय में वे बेरोजगार से मालामाल हो गए।
वायरस से बचाने में सक्षम
डेलीसबाह वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक साबरी कहते हैं कि सोने-चांदी से तैयार हुए ये मास्क कोरोना से बचाव में सक्षम हैं। इन धातुओं में वायरसरोधी खासियत के चलते उन्होंने मास्क बनाने के लिए एक विशेष सांचा तैयार किया। जून में फिर से काम पर लौट आए और अब उन्हें ये खास मास्क बनाते हुए 5 महीने हो चुके हैं। मगर ये मास्क ऐसे ही तैयार नहीं होते, बल्कि लोगों के चहरे का सही माप जरूरी होता है।
कितना हो रहा बिजनेस
साबरी लोगों के चेहरे का ठीक से माप लेते हैं। फिर उसी माप के आधार पर सोने और चांदी का मास्क तैयार करते हैं। उनके कारोबार की बात करें तो वे हर हफ्ते इस तरह 200 मास्क बेच पा रहे हैं। एक मास्क करीब 25 ग्राम का होता है। अच्छी बात ये है कि जब भी कोरोना संकट खत्म होगा तो इस मास्क को बेचा जा सकता है। इन मास्क को साफ रखने के लिए एक सॉफ्ट कपड़े का इस्तेमाल किया जाता है।
एक मास्क 1,89,347 रु का
साबरी सोने का 25 ग्राम वजनी मास्क बनाते हैं, जिसकी कीमत 20000 तुर्की लीरा होती है। भारतीय रु में ये करीब 1,89,347 रु होते हैं। वहीं चांदी का मास्क 20 ग्राम का होता है, जिसका दाम 1500 तुर्की लीरा होता है। भारतीय रु में ये 14201 रु होते हैं। इस समय एक लीरा की कीमत 9.47 रु है। इस मास्क को कंफर्टेबल बनाने के लिए इसमें सिल्क का कपड़ा लगाया जाता है। साबरी कहते हैं कि अब ऐसे मास्क की मांग में इजाफा दिख रहा है।
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