खुलासा : कोरोना काल में अमीरों पर बरस रहा पैसा, जानिए अमीरी का आलम
नई दिल्ली, जनवरी 17। महामारी जहां गरीबों पर काल बनकर आई, वहीं अमीरों पर पैसों की बारिश हुई है। केवल माहमारी के दौरान ही देखा जाए तो देश में अमीरों की न सिर्फ संख्या बढ़ी है, बल्कि उनकी दौलत भी बढ़ी है। गैर सरकारी संगठन ऑक्सफैम इंडिया की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 2021 में देश में अरबपतियों की संख्या 102 से बढ़कर 142 हो गई है। वहीं इनकी दौलत में इजाफा भी काफी तेजी से हुआ है। इन अमीरों की दौलत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केवल टॉप 10 अमीरों के पास ही इतनी दौलत हो गई है कि अगर यह लोग चाहें तो अपने पैसों से ही अगले 25 साल तक देश के स्कूल कालेज आसानी से चला सकते हैं।

महामारी के दौरान बढ़ी आर्थिक असमानता
महामारी के दौरान आर्थिक असमानता तेजी से बढ़ी है। इस वक्त देश के सबसे अमीर 10 फीसदी लोगों के पास देश की 45 फीसदी दौलत हो गई है। वहीं, देश की 50 फीसदी गरीब आबादी के पास केवल 6 फीसदी दौलत ही है। इस रिपोर्ट के अनुसार अगर देश के टॉप 10 फीसदी अमीरों पर अगर 1 फीसदी का ही अतिरिक्त टैक्स लगा दिया जाए तो मिले पैसों से 17.7 लाख अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलिंडर खरीदे जा सकते हैं। वहीं, भारत के 98 अमीर परिवारों पर अगर 1 फीसदी का अतिरिक्त टैक्स लगा दिया जाए तो उस पैसे से आयुष्मान भारत प्रोग्राम को आगामी 7 साल तक चलाया जा सकता है।
जानिए आर्थिक असमानता कितनी ज्यादा
इस रिपोर्ट के अनुसार आर्थिक असमानता बहुत ही ज्यादा है। देश के 142 अरबपतियों की कुल दौलत 719 बिलियन डॉलर (53 लाख करोड़ रुपये) है। वहीं 98 सबसे अमीर लोगों के पास 55.5 करोड़ गरीब लोगों के बराबर की दौलत है। यह करीब 657 बिलियन डॉलर, (49 लाख करोड़ रुपये) होती है।
जानिए अमीरों की अमीरी का आलम
इस रिपोर्ट के अनुसार अगर देश के टॉप-10 फीसदी अमीर रोजाना के आधार पर 1 मिलियन डॉलर (7.4 करोड़ रुपये) खर्च करें, तो भी उनकी दौलत को खर्च होने में 84 साल का समय लगेगा।
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