आज बैंकों की हड़ताल, लेकिन इन खाताधारकों को नहीं होगी परेशानी
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की आज यानि मंगलवार को हड़ताल है। बैंकों के मर्जर और डिपॉजिट पर ब्याज दर घटने के विरोध में कुछ कर्मचारी यूनियनों ने मंगलवार को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की आज यानि मंगलवार को हड़ताल है। बैंकों के मर्जर और डिपॉजिट पर ब्याज दर घटने के विरोध में कुछ कर्मचारी यूनियनों ने मंगलवार को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। इससे बैंकों में कामकाज प्रभावित हो सकता है। हालांकि भारतीय स्टेट बैंक सहित ज्यादातर बैंकों ने अपने ग्राहकों को इस संबंध में पहले ही सूचित कर दिया है।
एटीएम से कैश निकालने में हो सकती दिक्कतें
वहीं बैंकों के बंद होने से एटीएम सर्विस पर भी प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में यह भी संभव है कि एटीएम से कैश निकालने में परेशानि हो। बता दें कि सरकारी बैंकों के विलय और जमा राशि पर दरों में गिरावट के विरोध में यूनियनों ने एक दिन की हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। देशभर में बैंकों की हड़ताल का आह्वान ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयीज एसोसिएशन (एआईबीईए) और बैंक एंप्लॉयीज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईएफआई) की तरफ से किया गया है। निजी बैंकों के कर्मचारी और अधिकारी इस हड़ताल में शामिल नहीं होंगे। बैंक यूनियनों की तरफ से छह छोटे-छोटे बैंकों का चार बड़े बैंकों में विलय का विरोध किया जा रहा है। इतना ही नहीं बैंक कर्मचारी और भी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं।
हड़ताल पर जानें की मुख्य वजह
- सरकार की तरफ से पिछले दिनों 6 पीएसबी (पब्लिक सेक्टर बैंक) का 4 बड़े बैंकों में विलय कर दिया गया। सरकार के इस फैसले के खिलाफ बैंक कर्मचारी विरोध कर रहे हैं।
- यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में विलय कर दिया था।
- सिंडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक में कर दिया गया।
- इलाहाबाद और इंडियन बैंक का विलय कर दिया गया था।
- आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में कर दिया गया।
- हड़ताल का आह्वान एआईबीईए और बीईएफआई की तरफ से किया गया है।
- दूसरी ओर एसबीआई का कहना है उसके बहुत कम कर्मचारी एआईबीईए और बीईएफआई से जुड़े हैं, ऐसे में हड़ताल का ज्यादा असर नहीं देगा।
- बैंक यूनियन मर्जर, बैंकिंग रिफॉर्म, सर्विस चार्ज, बैड लोन रिकवरी, डिफॉल्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई आदि मामलों को लेकर हड़ताल पर हैं।
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, सिंडिकेट बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा की तरफ से कहा गया है कि कामकाज न के बराबर होगा।
- प्राइवेट बैंक इस हड़ताल में शामिल नहीं हो रहे। ऐसे में अगर आपका भी खाता प्राइवेट बैंक में है तो आपका काम नहीं रुकेगा।
आगे 9 दिन में 4 दिन बंद रहेंगे बैंक
दूसरी ओर इस बात से भी अवगत करा दें कि इसके बाद 26 अक्टूबर को शनिवार की वजह से देश के अधिकतर बैंक बंद रहेंगे। वहीं 27 अक्टूबर को दिवाली और रविवार है। यानी 27 अक्टूबर को भी बैंकों की छुट्टी रहेगी। दिवाली के बाद 28 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा और 29 अक्टूबर को भैया दूज की वजह से देश के कई हिस्सों में बैंक नहीं खुलने की वजह से कामकाज प्रभावित हो सकता है।