एचडीएफसी ने होम लोन पर 0.10 प्रतिशत ब्याज दर घटाई
त्योहारी सीजन में देश के लगभग हर बड़े बैंक अपने ग्राहकों को लुभाने में जुटे हैं। इसी क्रम में देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी ने अपनी ब्याज दरों में 10 बीपीएस (0.10 फीसदी) की कटौती की
नई दिल्ली: त्योहारी सीजन में देश के लगभग हर बड़े बैंक अपने ग्राहकों को लुभाने में जुटे हैं। इसी क्रम में देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी ने अपनी ब्याज दरों में 10 बीपीएस (0.10 फीसदी) की कटौती की है। जी हां फेस्टिव सीजन में कंपनी की इस घोषणा से ग्राहकों को बड़ी राहत मिली है।
ब्याज दरों में 0.10 फीसदी कटौती
होम लोन देने वाली प्रमुख वित्तीय कंपनी एचडीएफसी ने अपने फ्लोटिंग कर्ज पर ब्याज दरों में 0.10 फीसदी कटौती की है। इसके साथ ही एचडीएफसी भी अब उन ऋणदाताओं की सूची में शामिल हो गई है, जिन्होंने हाल के दिनों में अपने लोन पर ब्याज दरों में संशोधन किया है। इस कटौती का लाभ एचडीएफसी के मौजूदा और नया लोन लेने वाले दोनों ग्राहकों को मिलेगा।
आज से लागू होगा नियम
इससे वेतनभोगी ग्राहकों के लिए लोन की ब्याज दर निचले स्तर पर 8.25 फीसदी और ऊंचे स्तर पर 8.65 फीसदी रह जाएगी। यह कटौती 15 अक्टूबर यानि आज से प्रभावी होगी। हालांकि ये उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने फरवरी, 2019 से नीतिगत दर यानी रेपो दर में कुल मिलाकर 1.35 प्रतिशत की कटौती की है। उसके बाद से कई बैंक अपनी ब्याज दरों में कटौती कर चुके हैं। होम लोन के क्षेत्र में एचडीएफसी के बड़े प्रतिद्वंद्वी भारतीय स्टेट बैंक ने भी पिछले सप्ताह अपने ऋण पर ब्याज दर में 0.10 फीसदी की कटौती की थी।
वहीं इसके बाद स्टेट बैंक की एक साल की सीमांत लागत आधारित ऋण की ब्याज दर (एमसीएलआर) 8.05 प्रतिशत रह गई। स्टेट बैंक के कुछ कर्ज अभी भी एमसीएलआर से जुड़े हैं। वहीं जुलाई से बैंक के नए होम लोन रेपो दर से जुड़े हैं। बता दें कि एचडीएफसी के प्रवक्ता ने कहा, 'हमने अपने होम लोन पर खुदरा प्रधान लोन दर में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है। यह कटौती 15 अक्टूबर से प्रभावी होगी।
आईसीआईसीआई बैंक के ग्राहकों को खुशखबरी
दूसरी ओर प्राइवेट सेक्टर के आईसीआईसीआई बैंक ने 'एफडी हेल्थ' नाम से एक खास तरह के स्कीम की शुरुआत की है। इस स्कीम के तहत बैंक के ग्राहकों को फिक्स्ड डिपॉजिट पर 6.9 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज मिलेगा। स्कीम के तहत एफडी करवाने पर आपको एक साल के 1 लाख रुपये तक का फ्री इंश्येारेंस मिलेगा। हालांकि इसके लिए आपको 2 से 3 लाख रुपये तक की एफडी खोलनी होगी। जानकारी दें कि यह एफडी कम से कम 2 साल की होनी चाहिए। वहीं आप मेच्योरिटी पीरियड इससे भी ज्यादा रख सकते हैं।