फोर्ब्स की सम्मानित कंपनियों की लिस्ट में Infosys
फोर्ब्स की सम्मानित फर्मों की लिस्ट में 17 भारतीय कंपनियों को स्थान मिला। इनमें इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और एचडीएफसी शामिल हैं।
नई दिल्ली: फोर्ब्स की सम्मानित फर्मों की लिस्ट में 17 भारतीय कंपनियों को स्थान मिला। इनमें इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और एचडीएफसी शामिल हैं। फोर्ब्स की सम्मानित कंपनियों की सूची में भारत की आईटी कंपनी इंफोसिस तीसरे नंबर पर है। वहीं, वीजा और फेरारी इंफोसिस से आगे हैं। खास बात है कि इस मामले में इंफोसिस का नाम टीसीएस से पहले है। इंफोसिस साल 2018 में इस सूची में 31वें स्थान पर थी। जानकारी दें कि फिलहाल ओवरआल सूची में भारत की 17 कंपनियां शामिल हैं। फोर्ब्स ने यह ताजा लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में टॉप 10 में इंफोसिस अकेली भारतीय कंपनी है। बता दें कि लिस्ट में 250 कंपनियों का नाम शामिल है।
जानें टॉप 10 कंपनियों के नाम
सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी इंफोसिस को दुनिया की सम्मानित कंपनियों की सूची में तीसरा स्थान मिला है। जबकि वैश्विक भुगतान प्रौद्योगिकी कंपनी वीजा इस सूची में पहले स्थान पर है। इटली की कार कंपनी फेरारी दूसरे स्थान पर है। टॉप 10 में शामिल अन्य कंपनियों में नेटफ्लिक्स चौथे, पेपाल पांचवें, माइक्रोसॉफ्ट छठे, वाल्ट डिज्नी सातवें, टोयोटा मोटर आठवें, मास्टरकार्ड नौवें और कॉस्टको होलसेल दसवें स्थान पर है।
2 भारतीय कंपनियां टॉप 50 में
जानकारी दें कि सूची में टॉप 50 कंपनियों में भारतीय आईटी कंपनी टीसीएस 22वें और आटो कंपनी टाटा मोटर्स 31वें स्थान पर है। सूची में शामिल अन्य भारतीय कंपनियों में टाटा स्टील (105), लार्सन एंड टुब्रो (115), महिंद्रा एंड महिंद्रा (117), एचडीएफसी (135), बजाज फिनसर्व (143), पीरामल एंटरप्राइजेज (149), स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया (153), एचसीएल टेक्नोलॉजीज (155), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (157), विप्रो (168), एचडीएफसी बैंक (204), सनफार्मा इंडस्ट्रीज (217), जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन आफ इंडिया (224), आईटीसी (231) और एशियन पेंट्स (248) हैं।
दुनिया भर की 250 सबसे सम्मानित कंपनियों की सूची में
बता दें कि दुनिया भर की 250 सबसे सम्मानित कंपनियों की सूची में सबसे ज्यादा 59 कंपनियां अमेरिका की हैं। उसके बाद जापान, चीन और भारत की कंपनियों का नंबर आता है। जापान, चीन और भारत की कुल मिलाकर 82 कंपनियां सूची में हैं। पिछले साल इन तीन देशों की 63 कंपनियां सूची में शामिल थीं।