यूबीआई, पीएनबी और ओबीसी के मर्जर के बाद मिल सकता है बैंक को नया नाम
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स की विलय की गई इकाइयां अगले साल 1 अप्रैल से ऑपरेशन में आएगी।
बैंकों के मर्जर लेकर एक और खबर आयी है। यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (UBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) की विलय की गई इकाइयां अगले साल 1 अप्रैल से ऑपरेशन में आएगी। विलय की गई इकाइयों का एक नया नाम होने की संभावना है। यह भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा और जिसका कुल कारोबार 18 लाख करोड़ रुपये का होगा।
यूबीआई के प्रबंध निदेशक और सीईओ अशोक कुमार प्रधान ने कहा कि विलय प्रक्रिया में कुछ समय लगेगा और नई इकाई एक अप्रैल 2020 से काम करना शुरू कर देगी।
इन तीन बैंकों ने यहां एक ग्राहक बैठक की, बैंकों ने कहा कि विलय की गई इकाई में कर्मचारियों की कोई छंटनी नहीं होगी। उन्होंने स्वैच्छिक खानपान योजना (वीआरएस) लाने की बात से भी इनकार किया है।
विलय की खबर के बाद कई बैंक कर्मचारी इसके विरोध में हैं। यहां तक की बैंक कर्मचारी अपना विरोध जताने के लिए हड़ताल पर भी जाने का फैसला लिया है। बैंक कर्मचारियों की 4 यूनियनों ने सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों के मर्जर की घोषणा के विरोध में 25 सितंबर की मिडनाइट से 2 दिन की हड़ताल बुलाई है।
साथ ही बैंक यूनियनों ने बैंकों के एकीकरण की इस योजना के खिलाफ नवंबर के दूसरे सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की भी धमकी दी है। वहीं, कर्मचारी यूनियन बैंक कर्मियों के वेतन संशोधन की प्रक्रिया तेज करने और पांच दिन के सप्ताह की भी मांग कर रहे हैं।
सरकार ने 10 राष्ट्रीयकृत बैंकों का विलय कर 4 बड़े बैंक बनाने की घोषणा की है। इसके तहत यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया और ओरियंटल बैंक आफ कॉमर्स का विलय पंजाब नेशनल बैंक में किया जाएगा। इसके बाद अस्तित्व में आने वाला बैंक सार्वजनिक क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। इसी तरह सिंडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक में किया जाएगा। इलाहाबाद बैंक का विलय भारतीय बैंक में किया जाना है। आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक को यूनियन बैंक आफ इंडिया में मिलाया जाएगा।