विप्रो की बायबैक स्कीम में अजीम प्रेमजी, प्रमोटर कंपनियों ने 7300 करोड़ रुपए के बेचे शेयर
विप्रो की अपने शेयरों को वापस खरीदने की योजना
अजीम प्रेमजी और विप्रो लिमिटेड के प्रमोटर समूह ने भारत की चौथी सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी द्वारा घोषित बायबैक कार्यक्रम में एक बिलियन डॉलर (7,300 करोड़ रुपये) से अधिक मूल्य के शेयर बेचे हैं। जी हां विप्रो की अपने शेयरों को वापस खरीदने की योजना के तहत कंपनी के प्रवर्तकों में अजीम प्रेमजी और प्रवर्तक समूह की अन्य इकाइयों ने 7,300 करोड़ रुपये के 22.46 करोड़ शेयर बेचे हैं। शेयरों को वापस खरीदने की योजना या बायबैक स्कीम पिछले महीने बंद हो गई है।
विप्रो ने बुधवार को कहा कि उसके संस्थापक-अध्यक्ष और उनके द्वारा नियंत्रित संस्थाओं ने हाल के शेयर बायबैक कार्यक्रम में 224.6 मिलियन शेयर बेचे थे, जो उनके द्वारा रखी गई कुल इक्विटी हिस्सेदारी का लगभग 3.96% था।
मार्च में, प्रेमजी ने विप्रो के 67% शेयरों से सारी कमाई गिफ्ट की थी - तब इसकी कीमत 1.45 लाख करोड़ रुपये या अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन को 21 बिलियन डॉलर थी।
बता दें कि विप्रो ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि शेयर वापस खरीदने के कार्यक्रम के तहत उन्होंने 325 रुपए प्रति शेयर के मूल्य पर 32.3 करोड़ डॉलर के शेयर खरीदे। इस शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम पर कुल 10,499.99 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसके तहत जैश ट्रेडर्स का प्रतिनिधित्व करने वाले अजीम प्रेमजी के प्रतिनिधित्व के 6.12 करोड़ रुपये शेयर खरीदे गए। इसी तरह प्राजिम ट्रेडर्स का प्रतिनिधित्व करने वाले अजीम प्रेमजी के भागीदार के 6.03 करोड़ शेयर और अजीम प्रेमजी के भागीदार हाशम ट्रेडर्स से 5.02 करोड़ शेयर खरीदे गए।
साथ ही इसी तरह अजीम प्रेमजी ट्रस्ट से 4.05 करोड़ शेयर और अजीम प्रेमजी से 1.22 करोड़ शेयर वापस खरीदे गए। शेयर बाजार को भेजी सूचना में यह जानकारी दी गई। इसके अलावा शेयर बायबैक की इस प्रक्रिया में भारतीय जीवन बीमा निगम ने भी 1.34 करोड़ शेयरों की बिक्री की है। शेयरों की वापस खरीद की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कंपनी में प्रवर्तक समूह की कुल हिस्सेदारी 74.05 प्रतिशत रह गई।