ओबीसी और यूनाइटेड बैंक के विलय को पीएनबी बोर्ड ने दी मंजूरी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में बैंकों के विलय की घोषणा की है। सरकार की घोषणा के बाद बैंकों ने विलय की ओर कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में बैंकों के विलय की घोषणा की है। सरकार की घोषणा के बाद बैंकों ने विलय की ओर कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। पंजाब नेशनल बैंक के बोर्ड ने ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) और यूनाइडेट बैंक के साथ विलय को मंजूरी दे दी है। जानकारी दें कि गुरुवार को आयोजित बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में इस विलय को मंजूरी दी गई है।
18 हजार करोड़ रुपये को मिली मंजूरी
वहीं रेगुलेटरी फाइलिंग में पीएनबी ने कहा है कि वित्त मंत्रालय की ओर से प्रस्तावित विलय के बाद बुलाई गई बोर्ड बैठक में इसे मंजूरी दी गई है। इसके अलावा पीएनबी बोर्ड ने सरकार की ओर से बैंक को दिए जाने वाले 18 हजार करोड़ रुपए के पुनर्पूंजीकरण को भी मंजूरी दे दी है। इस पूंजी का इस्तेमाल सेबी के नियमों के अनुसार बैंक के इक्विटी शेयरों के अलॉटमेंट के लिए किया जाएगा। पीएनबी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, शेयरधारकों की सहमति के लिए एकस्ट्रा जनरल मीटिंग (ईजीएम) 22 अक्टूबर को बुलाई जाएगी।
निर्मला सीतारमण ने 10 बैंकों के विलय की घोषणा की
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीते सप्ताह शुक्रवार को 10 सरकारी बैंकों के आपस में विलय की घोषणा की थी। सरकारी घोषणा के अनुसार, पीएनबी में ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, और यूनाइटेड बैंक का विलय होगा। केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक का विलय होगा। यूनियन बैंक में आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय होगा। इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का विलय होगा। साथ ही सरकार ने सुचारू कामकाज के लिए बैंकों में 55,250 करोड़ रुपए का पुनर्पूंजीकरण करने का भी ऐलान किया है।
इन-इन बैंकों का होगा मर्जर
- पीएनबी, ओबीसी और यूनाइटेड बैंक।
- इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक।
- यूनियन बैंक आफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कारपोरेशन बैंक।
- केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक।