मोदी सरकार : हर साल खेती से जुड़े 7.5 लाख नए रोजगार देने की योजना
नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि अगले 10 सालों में देश में 50 लाख हेक्टेयर बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने का संकल्प लिया गया है। पर्यावरण मंत्री यहां 2 से 13 सितंबर के बीच आयोजित होने जा रहे यूनाइटेड नेशंस कन्वेंशन टू कंबैट डिजर्टीफिकेशन (यूएनसीसीडी) के पक्षों के 14वें सम्मेलन (सीओपी-14) से पहले आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर रोजगार को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में जावड़ेकर ने कहा कि 50 लाख हेक्टेयर बंजर भूमि के उपजाऊ बनने से 75 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
देश की 29 फीसदी बंजर
उन्होंने कहा, "दुनिया का तिहाई हिस्सा आज बंजर भूमि है, जोकि करीब 40,000 लाख हेक्टेयर है। हमारा उसमें केवल ढाई फीसदी हिस्सा यानी 960 लाख हेक्टेयर है, जोकि हमारे देश के पूरे भोगोलिक क्षेत्र का 29 फीसदी है।" यह सम्मेलन प्रत्येक 2 साल पर होता है। इस साल इसका आयोजन भारत में हो रहा है और इसकी अध्यक्षता करने के बाद अगले 2 साल तक भारत इसका अध्यक्ष बना रहेगा। इस दौरान भारत दुनियाभर के देशों को बंजर भूमि को अच्छा बनाने पर काम करेगा। इससे जहां उत्पादन बढ़ेगा, वहीं रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।
बंजर भूमि को अच्छा बनाना रहेगा एजेंडा
यूनसीसीडी सीओपी का अगले दो साल तक बतौतर अध्यक्ष भारत की मुख्य भूमिका का जिक्र करते हुए जावड़ेकर ने कहा, "भूमि बंजर होने से बचाना पूरी दुनिया का एक-सा संकल्प है और भारत इसमें अग्रणी भूमिका निभाएगा।"
200 देश लेंगे हिस्सा
उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में करीब 200 देश हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि सभी देशों में मंत्रियों के बीच 9 और 10 सितंबर के दौरान उच्चस्तरीय बैठकें होंगी। इसके बाद दिल्ली घोषणा पत्र तय होगा। इसके बाद 12 और 13 सितंबर को ओपन डायलॉग भी होगा।
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