किराना का हर सामान अब अमेजन की दुकान पर
अभी तक आपको अमेजन पर जरुरत के कुछ ही सामान मिलते थे, लेकिन अब आपको किराना और जनरल स्टोर्स का हर सामान मिलेगा।
अभी तक आपको अमेजन पर जरुरत के कुछ ही सामान मिलते थे, लेकिन अब आपको किराना और जनरल स्टोर्स का हर सामान मिलेगा। जी हां अमेरिकी कंपनी अमेजन अपनी रिटेल स्ट्रैटजी के तहत किराना बाजार में कदम रखने की तैयारी कर रही है। रिलायंस रिटेल पहले से अपने मल्टी-प्लान 'न्यू-कॉमर्स' के तहत ऐसी लाखों दुकानों को अपने साथ जोड़ने की तैयारी में है। रिर्पोट के अनुसार, अमेजन छोटे स्तर पर इसके लिए योजना बना रही है। वह हजारों किराना स्टोर्स को अपने साथ प्रतिबद्धता करना चाहता है ताकि वे इसके प्लेटफॉर्म के माध्यम से सामान बेचें।
सबसे पहले फोन बेचने वाले छोटे दुकानदारों को जोड़ेंगे
अमेजन पहले फोन बेचने वाले छोटे मालिकों को अपने प्लैटफॉर्म पर रजिस्टर करेगा और बाद में वह एप से अन्य संपादकों को जोड़कर खाने के सामान से लेकर सामान्य मर्चेंडाइज की बिक्री भी करेगा। आपको बता दें कि अमेजन ने बेंगलुरु की स्टार्टअप कंपनी शॉपएक्स के साथ साझेदारी की है। शॉपएक्स किराना स्टोर्स को बड़े रिटेलर्स और एफएमसीजी कंपनियों से डिजिटल तरीके से जोड़ती है।
छोटे और मझोले कारोबारियों की मदद के लिए यह कदम
अमेजन के प्रवक्ता के अनुसार हमने अमेजन ईजी, आई हैव स्पेस, सर्विस पार्टनर प्रोग्राम सहित कई अन्य कदमों से जापानी स्टोर सहित छोटे और मझोले कारोबारियों की मदद की है। उन्होंने कहा, इस ईकोसिस्टम में हम लगातार इनोवेशन कर रहे हैं। हमें अभी तक कोई नई घोषणा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने शॉपएक्स के साथ पार्टनरशिप या कंपनी की योजनाओं से जुड़े सवालों के जवाब नहीं दिए। शॉपएक्स के प्रवक्ता ने कॉमेंट करने से मना कर दिया।
अमेजन पहली ऐसी कंपनी नहीं है
बता दें कि प्रोडक्ट्स बेचने के लिए मोहल्लों के छोटे स्टोर को अपने साथ जोड़ने का कदम उठाने वाली अमेजन पहली कंपनी नहीं है। ईटी ने इससे पहले मई में खबर दी थी कि फ्लिपकार्ट तेलंगाना में एक पायलट प्रोजेक्ट चला गया है, जिसके तहत लगभग 800 छोटे दुकानदारों से पार्टनरशिप कर उन्हें कंपनी के एप से मोबाइल फोन बेचने का मौका दिया गया है।
वॉलमार्ट भी कर चुकी है ये काम
आपको बता दें वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट ने अपने एप पर स्मार्टफोन बेचने के लिए 15,000 छोटी दुकानों, ब्यूटी सैलून, बेकरी और फार्मेसी आदि से साझेदारी की योजना बनाई है, जो आमतौर पर स्मार्टफोन नहीं बेचतीं। भारत में ईकॉमर्स का लगातार विस्तार हो रहा है। इसी क्रम में कंपनियां लगभग 120 लाख किराना स्टोर्स का उपयोग वितरण क्षेत्रों में उपलब्ध एजेंट के तौर पर करने के तहत उन दुकानों के जरिए उत्पाद बेचने के लिए उनसे साझेदारी कर रही हैं। भारत में सालाना 650 अरब डॉलर का रिटेल बाजार है। इसमें से ई-कॉमर्स सहित मॉडर्न रिटेलर्स की हिस्सेदारी केवल 10 पर्सेंट है और बाकी 90 पर्सेंट में छोटे कारोबारियों का हिस्सा है।
इससे छोटे दुकानदारों को मिलेगी मदद
रिटेल कंसल्टेंसी थर्ड आईसाइट के चीफ एक्जिक्यूटिव देवांग्शु दत्त ने बताया कि कारोबार का बड़ा हिस्सा अभी भी पारंपरिक रिटेल चेन के जरिए होता है, इसलिए अगर आप किराना स्टोर्स के साथ साझेदारी कर रहे हैं तो आप एक साथ दो मोर्चे साध रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहला तो यह कि आप किराना दुकानों को डिजिटल ट्रेंड से जोड़ रहे हैं और दूसरा इससे यह संदेश भी जा रहा है कि हम छोटे दुकानदारों को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं, लेकिन उनकी मदद कर रहे हैं।