मोदी के गुजरात में हीरा कारोबारी परेशान, जानिये क्यों
मंदी के दौर का असर अब हीरा नगरी सूरत पर भी दिखने लगा है। पिछले एक साल से हीरे के कई छोटे-बड़े उद्योग मंदी के कारण बंद हो रहे हैं।
नई दिल्ली: मंदी के दौर का असर अब हीरा नगरी सूरत पर भी दिखने लगा है। पिछले एक साल से हीरे के कई छोटे-बड़े उद्योग मंदी के कारण बंद हो रहे हैं। कई हीरे के उद्योग बंद होने के बाद 15000 हीरे के कारीगर बेरोजगारी का सामना कर रहे है। फिलहाल कई हीरे के कारीगरों की हालत ऐसी है कि वे घर का गुजारा कैसे चलाए उन्हें समझ नहीं आ रहा। हैरानी की बात तो यह हैं कि कई हीरे के कारीगर सूरत छोड़ अपने गांव लौट गए है। सूरत के हीरे देश समेत पूरे विश्व में प्रख्यात है। यहां दुनिया के 10 में से 9 हीरे तैयार किये जाते हैं। देश विदेश के लोग यहां व्यापार करने आते हैं जिससे लाखों हीरे के कारीगर अपने घर का गुजारा चलाते हैं। हालांकि हीरे के व्यापार को भी नजऱ लग गई हो ऐसा लग रहा है।
15000 हीरे के कारीगर हुए बेरोजगार
पिछले एक साल की बात करें तो अनगिनत छोटे बड़े हीरे के उद्योग मंदी के कारण बंद हो गए हैं जिसके बाद से हजारों हीरे के कारीगर बेरोजगार हो गए हैं और घर का गुजारा चलाने के लिए विकल्प की खोज कर रहे हैं। आधिकारिक आंकड़ों की बात करें तो हीरा कारीगरों के संघ कार्यालय के मुताबिक पिछले एक साल में 15000 हीरे के कारीगर बेरोजगार हुए हैं।
1000 से ज्यादा हीरे की फैक्ट्रियां एक साल में बंद
हालांकि, इस बात को लेकर तीन महीने हो चुके है पर अभी तक हीरे के कारीगरों को काम पर नहीं बुलाया गया है। वही इस परिस्थिति की वजह से हीरे के कारीगरों की हालत बदतर हो गई है। वे अपने परिवार का गुजारा कैसे चलाएं, घर का भाड़ा कैसे भरें, लोन की EMI कैसे चुकाएं इसकी चिंता उन्हें सता रही है। आपको बता दें कि पिछले एक साल में एक हजार से ज्यादा हीरे की फैक्ट्रियां बंद हुई हैं।
एक बार फिर मंदी की आशंका
वर्ष 2008 में जिस तरह हीरे के उद्योग में मंदी आई थी वैसी ही मंदी इस बार भी देखने को मिल रही है। पिछले लम्बे समय से अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वार के चलते सूरत के हीरा व्यापारी परेशान हैं। सूरत के 42% पॉलिस हुए हीरे चीन और हॉन्गकॉन्ग एक्सपोर्ट किए जाते हैं।
जानकारी दें कि पिछले एक साल से प्रोडक्शन डाउन होने के बावजूद कई कंपनी घंटों के हिसाब से काम कर रही हैं। हांगकांग में प्रदर्शन की वजह से वहां होने वाला एग्जीबिशन भी नहीं हो रहा है। इसका भी असर सूरत में देखने को मिल रहा है। हीरा उद्योग में जिस तरह की मंदी छाई हुई है वह अन्य राज्यों के लिए चिंता का विषय है। राज्य सरकार ने पिछले एक साल में कितने हीरे के व्यापारी बेरोजगार हुए हैं उसको लेकर एक रिपोर्ट मांगी है। वहीं उम्मीद की जा रही है कि सरकार इन व्यापारियों के लिए सब्सिडी का ऐलान करे।
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