अमेजन ने दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस भारत में खोला
अमेजन ने बुधवार को दुनिया के सबसे बड़े परिसर का शुभारंभ हैदराबाद में किया। इस कैंपस में एक साथ 15,000 कर्मचारी काम कर सकते हैं।
नई दिल्ली: अमेजन ने बुधवार को दुनिया के सबसे बड़े परिसर का शुभारंभ हैदराबाद में किया। इस कैंपस में एक साथ 15,000 कर्मचारी काम कर सकते हैं। बता दें कि कैंपस की इमारत में जितने स्टील का इस्तेमाल हुआ है, वह विश्व प्रसिद्ध एफिल टावर में इस्तेमाल हुए स्टील के मुकाबले ढाई गुना से अधिक है। यह कैंपस 9.5 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है। अमेजन के ग्लोबल रियल एस्टेट एंड फैसिलिटीज के वाइस प्रेसिडेंट जॉन स्कॉटलर ने कहा कि इस कैंपस में बनी इमारत क्षेत्रफल के लिहाज से दुनियाभर में अमेजन की सबसे बड़ी इमारत है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद में अमेजन के आठ भवन हैं। इनके कर्मचारियों को नए कैंपस में स्थानांतरित किया जाएगा। बुधवार को करीब 4,500 कर्मचारियों को इस कैंपस में स्थानांतरित कर दिया गया। फ्री में ले जायें प्राइम मेंबरशिप, इतने सारे हैं तरीके ये भी पढ़ें
भारत में अमेजन के 62,000 से अधिक कर्मचारी
अमेरिका के बाहर यह एकमात्र कैंपस है, जो उसका अपना है। इससे पता चलता है कि भारतीय बाजार पर अमेजन अपना ध्यान और बढ़ाने वाला है। भारत में अमेजन के 62,000 से अधिक कर्मचारी पूर्णकालिक तौर पर काम कर रहे हैं। अमेजन इंडिया के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और कंट्री मैनेजर अमित अग्रवाल ने कहा कि हैदराबाद का कैंपस सिएटल के बाहर कंपनी का सबसे बड़ा टेक्नोलॉजी केंद्र भी है। सिएटल में कंपनी का मुख्यालय है। नए भारतीय कैंपस सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर्स, मशीन लर्निंग साइंटिस्ट, प्रोडक्ट मैनेजर, फाइनेंस तथा अन्य कारोबारी क्षेत्र के कर्मचारी काम करेंगे।
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कैंपस को मात्र 39 महीने में तैयार किया गया
इस बात की भी जानकारी दी गयी है कि नए कैंपस का शिलान्यास 30 मार्च 2016 को हुआ था। इसे बनाने के लिए हर रोज औसतन 2,000 मजदूरों ने काम किया। कैंपस को बनकर तैयार होने में 39 महीने का समय लगा। कैंपस की डिजाइन पर भी काफी ध्यान दिया गया है। इसमें 300 से अधिक पेड़ लगे हुए हैं। तीन पेड़ तो 200 साल से अधिक पुराने हैं। कैंपस में 8.5 लाख लीटर क्षमता का एक वाटर रिसाइक्लिंग प्लांट है।
वहीं अमित अग्रवाल ने कहा कि कंपनी को भारतीय कारोबार में कोई मंदी नहीं दिखाई दे रही है। इसका एक कारण यह हो सकता है कि ई-कॉमर्स का बाजार अभी बहुत छोटा है। यह कुल रिटेल बाजार का महज तीन फीसदी है। जब आप छोटे होते हैं, तो विकास करने की बहुत संभावना होती है।
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