पाक में कारों की बिक्री धड़ाम, भारत से पंगेबाजी का असर
नई दिल्ली। भारत से पंगेबाजी का असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर दिख रहा है। पहले पाकिस्तान में सोना भारत से दोगुने रेट पर पहुंच गया और अब कारों की बिक्री लगभग आधी रह गई है। एक तो वैसे भी पाकिस्तान में हर माह कुछ हजार की कारें बनती हैं और बिकती हैं, ऊपर से उनकी बिक्री भी लगभग आधी रह गई है। भारत और पाकिस्तान के वाहन बाजार का हाल का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जहां भारत में केवल 6 फीसदी बिक्री गिरने के बाद 16 लाख से ज्यादा वाहन बिके हैं, वहीं पाकिस्तान में 42 फीसदी की गिरावट के बाद यह बिक्री 10 हजार है। इसके अनुसार भारत में 16 लाख कारों की बिक्री की तुलना में पाकिस्तान में 16 हजार कारें भी न बनती हैं न ही बिकती हैं।
42 फीसदी गिरी पाकिस्तान में कारों की बिक्री
पाकिस्तान की समाचार वेबसाइट डॉन न्यूज के अनुसार वित्त वर्ष 2019-20 (पाकिस्तान का वित्त वर्ष की शुरुआत जुलाई से होती है) की शुरुआत यानी जुलाई 2019 में कारों के उत्पादन जहां 23 फीसदी घटा है, वहीं बिक्री में 42 फीसदी की गिरावट आई है। जुलाई के दौरान पाकिस्तान में केवल 16,472 बनीं और 10,968 कारों की ही बिक्री हुई। पाकिस्तान में माना जा रहा है कि अगस्त में भी वाहनों के उत्पादन और बिक्री में भारी गिरावट के आसार हैं। इसका सबसे बड़ा कारण ईद पर भी कारों की बिक्री नहीं बढ़ी है। इसके अलावा ईद के चलते 12 से 17 अगस्त तक छुट्टी के चलते कारों का उत्पादन भी प्रभावित रहा है।
पाकिस्तान का रुपया लगातार कमजोर हो रहा
पाकिस्तानी का रुपया डॉलर के खिलाफ लगातार कमजोर होता जा रहा है। इस कारण पाक में कारों सहित वाहनों की उत्पादन लागत बढ़ रही है। इसका असर कार और वाहनों की कीमत पर पड़ रहा है, जिससे वह महंगे हो रहे हैं। इसके अलावा पाकिस्तान ने वाहनों पर लगने वाला टैक्स भी बढ़ा दिया है, यह भी वाहनों की बिक्री को प्रभावित कर रहा है। दूसरी तरफ बैंकों ने कर्ज को भी महंगा कर दिया है, जिससे पहले से ही परेशान पाकिस्तान कार खरीदने के बारे में सोच भी नहीं पा रहे हैं।
बड़ी-बड़ी कार कंपनियों को लगा झटका
पाकिस्तान ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (पीएएमए) की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, होंडा सिविक और सिटी के उत्पादन और बिक्री में क्रमश: 49 फीसदी और 68 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। वहीं टोयोटा कोरोला के उत्पादन और बिक्री में क्रमश: 39 फीसदी और 57 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। पाक सुजुकी मोटर कंपनी (पीएसएमसी) के उत्पादन और बिक्री में क्रमश: 28 फीसदी और 64 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। वहीं पाक सुजुकी की वैगन आर कार के उत्पादन और बिक्री में जुलाई में क्रमश: 15 फीसदी और 70 फीसदी की गिरावट आई है।
भारत में हालात इतने खराब नहीं
पाकिस्तान की तुलना में भारत में वाहनों की बिक्री के आंकड़े इतने खराब नहीं हैं। पाकिस्तान में जहां कारों क बिक्री में 42 फीसदी की गिरावट आई हैं, वहीं भारत में जुलाई में वाहनों की बिक्री में 6 फीसदी की गिरावट ही दर्ज हुई है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (एफएडीए) की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में जुलाई में 16,54,535 वाहनों की बिक्री हुई है। वहीं यह बिक्री एक साल पहले जुलाई में 17,59,219 वाहनों की थी। भारत में वाहनों की जहां लाखों में है, वहीं पाकिस्तान में यह बिक्री मात्र कुछ हजार में ही है।