पीएम मोदी अब किस चीज के लिए चुकाना चाह रहे टैक्स
वन नेशन वन टैक्स यानी जीएसटी को लागू करने के बाद अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टैक्स जमा कर लोगों को प्रेरित करना चाह रहे हैं।
वन नेशन वन टैक्स यानी जीएसटी को लागू करने के बाद अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टैक्स जमा कर लोगों को प्रेरित करना चाह रहे हैं। जी हां कुछ समय पहले पीएम को सोल शांति पुरस्कार मिला है, जिस पर वो टैक्स चुकाना चाहते हैं। इस पर मोदी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लेटर लिखकर सोल शांति पुरस्कार में मिली राशि पर टैक्स वसूले जाने की अपील की है जिसे वित्त मंत्री स्वीकार भी कर लिया है।
आपको बता दें कि 11 अगस्त को एक लेटर में पीएम मोदी ने लिखा था कि वह चाहते हैं कि देश के आम नागरिकों की तरह उन्हें भी कर अदा करने का मौका मिले।
करदाताओं को पेश की है मिसाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वास्तव में इस कदम के जरिये देश के करदाताओं के सामने एक मिसाल पेश की है। उन्होंने सोल शांति पुरस्कार में 1.3 करोड़ रुपये की राशि पर टैक्स लगाए जाने की मांग की थी। पीएम मोदी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को चिट्ठी लिखकर प्रतिष्ठित राशि पर टैक्स वसूले जाने की अपील की थी।
इसी साल मिला था पुरस्कार
आपको बता दें कि पीएम मोदी को इसी साल फरवरी में साल 2018 के लिए सोल पीस प्राइज से सम्मानित किया गया था। पीस प्राइज अवॉर्ड के साथ उन्हें 1.3 करोड़ की राशि भी दी गई थी। देश में कर मामलों की सर्वोच्च संस्था सीबीडीटी ने आईटी कानून की धारा 10 (17A (i)) के तहत इस राशि पर कर छूट दे दी थी। नरेंद्र मोदी ने टैक्स छूट वापस लेने की मांग की थी। उनके अनुरोध पर टैक्स छूट को वापस ले लिया गया है।
कुछ यूं लिखा मोदी ने
मोदी ने 11 अगस्त को लिखित पत्र में कहा था कि सोल पीस प्राइज पर दी गई टैक्स छूट पर एक बार और विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने लिखा, लोकसभा चुनाव और अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण मैं पहले इस बारे में आपको नहीं लिख पाया, मैं चाहता हूं कि इस राशि को टैक्स के दायरे में लाया जाए।
तो वहीं 14 अगस्त को प्रधानमंत्री की अपील पर विचार करते हुए सीबीडीटी ने सोल पीस प्राइज पर टैक्स छूट को वापस लिया और अब इस राशि पर पीएम मोदी को इनकम टैक्स कानून 1961 के तहत टैक्स चुकाना होगा।