आरआईएल को कर्ज मुक्त बनाने में सऊदी अरामको करेगा मदद, ये है प्लानिंग
रिलायंस इंडस्ट्रीज की कल 42वीं एजीएम की बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कई बड़े ऐलान किए।
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज की कल 42वीं एजीएम की बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कई बड़े ऐलान किए। बता दें कि 42 वीं वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए अंबानी ने कहा, हमें इस वित्त वर्ष में सऊदी अरामको और बीपी के साथ लेनदेन पूरा हो जाने की उम्मीद है। इससे कंपनी को 1.15 लाख करोड़ रुपये का निवेश मिलने की उम्मीद है।
18 महीने में ऋण मुक्त बनने की योजना
वहीं 18 महीने में जीरो-नेट-डेट कंपनी बनने का लक्ष्य है, एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति ने सोमवार को शेयरधारकों को बताया। उस प्रयास का समर्थन करना, 75 अरब डॉलर के उद्यम मूल्य पर 20% रिलायंस के तेल-से-रसायन व्यवसाय को सऊदी अरब के तेल, या अरामको को बेचने का निर्णय होगा। इतना ही नहीं अंबानी ने कहा कि कंपनी पांच साल के भीतर अपनी खुदरा और दूरसंचार इकाइयों को सूचीबद्ध करने की तैयारी भी शुरू कर देगी।
रिलायंस को मिलेंगे 7,000 करोड़
मुकेश अंबानी ने कहा कि वह अपने पेट्रोल खुदरा कारोबार (पेट्रोल पंप परिचालन) की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ब्रिटेन की प्रमुख पेट्रोलियम कंपनी बीपी को बेचेगी। इससे उसे 7,000 करोड़ रुपये मिलेंगे। कंपनी के पास इस कारोबार में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी बची रहेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी अपने तेल, रिफाइनरी और पेट्रोरसायन कारोबार की कुल 20 प्रतिशत हिस्सेदारी सऊदी अरामको को बेचेगी। सऊदी अरामकों पेट्रोल पंप कारोबार में रिलायंस के पास बचे हिस्से की भी हिस्सेदार होगी। जानकारी दें कि अभी देशभर में रिलायंस के 1,400 पेट्रोल पंप और 31 विमान ईंधन पंप हैं। ईंधन की खुदरा बिक्री का यह पूरा करोबार इस काम के लिए बीपी के साथ प्रस्तावित नए संयुक्त उपक्रम को स्थानांतरित कर दिए जाएंगा। उसमें 49 प्रतिशत हिस्सेदारी बीपी और 51 प्रतिशत हिस्सेदारी रिलायंस की होगी। कंपनी ने पांच साल में 5,500 पेट्रोल पंप खोलने का लक्ष्य रखा है।