एसबीआई ने डिपॉजिट पर घटाया ब्याज दर
यदि आप भी भारतीय स्टेट बैंक के कर्मचारी है तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। जी हां एसबीआई ने सोमवार को डिपॉजिट पर ब्याज दर घटा दिया है। यह कटौती सभी तरह की मैच्योरिटी वाले जमा पर की गई है।
यदि आप भी भारतीय स्टेट बैंक के कर्मचारी है तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। जी हां एसबीआई ने सोमवार को डिपॉजिट पर ब्याज दर घटा दिया है। यह कटौती सभी तरह की मैच्योरिटी वाले जमा पर की गई है। बैंक के रिटेल सेगमेंट में 20 बेसिस अंक यानी 0.20 फीसदी और बल्क सेगमेंट में 35 बेसिस अंक यानी 0.35 फीसदी की कटौती की है। 100 बेसिस अंक 1 फीसदी के बराबर होता है। छोटी अवधि वाले टर्म डिपॉजिट की बात करें तो 179 दिनों के एफडी पर 0.50 प्रतिशत से लेकर 0.75 प्रतिशत तक की गिरावट हुई है।
ब्याज दरों में इस तरह पड़ेगा फर्क
तो वहीं 2 से 3 वर्ष के लिए 2 करोड़ रुपये के रिटेल जमा पर ब्याज दर 6.75 प्रति से घटकर 6.70 प्रति हो गई है। वहीं सीनियर सिटिजंस को पहले जो 7.25 फीसदी इंटरेस्ट मिला था, अब सिर्फ 7.20 फीसदी मिलेगा। इसके अलावा 3 से 5 साल के एफडी पर इंटरेस्ट रेट पहले 6.70 प्रतिशत था जो अब घटकर 6.60 प्रतिशत हो गया है। सीनियर सिटिजंस के लिए पहले जो ब्याज दर 7.20 प्रतिशत थी, अब वे घटकर 7.10 प्रतिशत रह जाएगी।
वर्तमान में, 7-45 दिनों के लिए सावधि जमा (एफडी) अवधि में, एसबीआई सामान्य जनता को 5.75 प्रतिशत की ब्याज दर और वरिष्ठ नागरिकों को 6.25 प्रतिशत का भुगतान करता है।
आज एसबीआई के शेयर
बता दें कि इसका असर बैंक के शेयरों पर देखने को मिला। एसबीआई के शेयर सोमवार को इंट्राडे में 1.7 प्रतिशत गिर गए थे। हालांकि बाद में इसमें कुछ सुधार हुआ। एसबीआई के शेयर 0.55 प्रतिशत टूटकर 340.70 रुपए पर चल रहे हैं।
यह घोषणा भारतीय रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की द्विमासिक समीक्षा से एक सप्ताह पहले की गई है। RBI ने जून में प्रमुख उधार दर या रेपो दर को 25 आधार अंकों से घटाकर 5.75 प्रतिशत कर दिया था।
1 अगस्त से एसबीआई की फ्री सुविधा
एसबीआई ग्राहक यह जान लें कि 1 अगस्त से आपको आईएमपीएस ट्रांजेक्शन पर शुल्क नहीं देना होगा। वर्तमान में स्टेट बैंक ग्राहकों से आईएमपीएस सर्विस पर एक निश्चित चार्ज लेता है। यह चार्ज ट्रांसफर अमाउंट के हिसाब से बलता है। बता दें कि IMPS ऑनलाइन मनी ट्रांसफर करने की एक सुविधा है। इसके जरिए आप चंद मिनटों में 2 लाख रुपये तक की रकम किसी दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं।
पिछली बार 9 मई को हुआ था संशोधन
एसबीआई ने पिछली बार 9 मई को सावधि जमा की ब्याज दरों में संशोधन किया था। इस महीने की शुरुआत में, SBI ने सभी बेंचरों के बीच अपनी बेंचमार्क उधार दरों में पांच आधार अंकों की कमी की। फंड-आधारित उधार दर या एमसीएलआर की सीमांत लागत, संशोधन के बाद एक साल के कार्यकाल के लिए 8.40 प्रतिशत थी।
1 अगस्त से होंगे कई और बदलाव
जी हां 1 अगस्त से इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदना पहले के मुकाबले काफी सस्ता हो जाएगा। बीते दिनों जीएसटी काउंसिल ने इलेक्ट्रिक व्हीकल पर जीएसटी की दर 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है। यह नई दर 1 अगस्त 2019 से लागू होने वाली है। जीएसटी काउंसिल ने इलेक्ट्रिक व्हीकल पर लगने वाली जीएसटी की दर को भी 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिश कर दिया है।