रेल यात्रियों की बल्ले-बल्ले : वेंडर बिल न दे तो न दें पैसे
नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने देश के सभी रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों पर 'नो बिल नो पेमेंट' की नीति लागू कर दी है। इससे देशभर में यात्रियों का काफी राहत मिलेगी। यह नीति तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। इस नीति के तहत अगर रेलवे का कोई वेंडर रेलवे स्टेशन या ट्रेनों पर सामान खरीदने के बाद उसका बिल न दे तो यात्री उसका भुगतान करने के लिए बाध्य नहीं है। अभी तक यह वेंडर काफी मनमानी करते थे, लेकिन अब उन पर लगाम लगेगी।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने किया ट्वीट
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस संबंध में एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में इस बात की जानकारी दी है। इस ट्वीट में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लिखा है कि रेलवे ने अब 'नो बिल, नो पेमेंट' की नीति अपना ली है। उन्होंने बताया कि विक्रेताओं को अब ग्राहकों को बिल देना अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने कहा है कि अगर ट्रेन अथवा रेलवे प्लेटफार्म पर कोई विक्रेता बिल देने से मना करता है, तो आपको उस वेंडर को पैसे देने की आवश्यकता नहीं है। इसी के साथ रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक वीडियो भी डाला है, जिसमें इस नई नीति की जानकारी दी है।
क्यों लिया गया फैसला
रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में बिक्रेताओं की मनमानी की शिकायतें आना काफी बढ़ गया था। यात्रियों का आरोप है कि रेलवे के वेंडर सामानों को तय कीमत से ज्यादा पर बेचते हैं। जब इस बात को लेकर यात्री वेंडरों को टोकतें हैं तो झकड़ा तक की नौबत आ जाती है। इस समस्या को खत्म करने के लिए ही रेलवे ने 'नो बिल, नो पेमेंट' की नीति लागू की है। इसके बाद अगर बिना दिए बिना वेंडर ने पैसा मांगा यात्री को हक है कि वह पैसा ही न दे। इससे इस समस्या पर लगाम लगने की उम्मीद है।
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