विप्रो का मुनाफा 12.5% बढ़कर 2,388 करोड़ रुपये
दिग्गज कंपनी विप्रो लिमिटेड के शुद्ध लाभ में बढ़ोतरी हुई है।
नई दिल्ली: दिग्गज कंपनी विप्रो लिमिटेड के शुद्ध लाभ में बढ़ोतरी हुई है। आईटी कंपनी विप्रो ने जून, 2019 में समाप्त तिमाही के दौरान 12.8 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2,387.60 करोड़ रुपए का प्रॉफिट दर्ज किया। जबकि बीते साल समान तिमाही के दौरान यह आंकड़ा 2,120.80 करोड़ रुपए रहा था। हालांकि यह जनवरी-मार्च, 2019 तिमाही में हुए 2,483.50 करोड़ रुपए के प्रॉफिट की तुलना में 3.86 फीसदी कम रहा। विप्रो ने बीएसई में एक फाइलिंग के माध्यम से यह जानकारी दी।
बता दें कि विप्रो द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान उसकी कुल कंसॉलिडेटेड इनकम लगभग 5 फीसदी बढ़कर 15,566.6 करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गई, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 की समान तिमाही के दौरान यह आंकड़ा 14,827.4 करोड़ रुपए रहा था।
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इस बात से भी अवगत करा दें कि वहीं कंपनी की कुल बिक्री 14,716.10 करोड़ रुपए रही, जो पिछली तिमाही यानी जनवरी-मार्च, 2019 में रही कुल 15,006.30 करोड़ रुपए की बिक्री से कम लेकिन एक साल पहले समान अवधि में हुई 13,977.70 करोड़ रुपए की बिक्री से ज्यादा रही। इससे पहले बीएसई पर विप्रो के शेयर में दिन भर दबाव देखने को मिला और शेयर मामूली गिरावट के साथ 259.70 रुपए पर बंद हुआ।
अजीम प्रेमजी चेयरमैन के रूप में अंतिम एजीएम में आज अपनी बात रखी
देश की दिग्गज आईटी कंपनियों में शुमार विप्रो के संस्थापक और फिलहाल एग्जिक्यूटिव चेयरमैन व प्रबंध निदेशक अजीम प्रेमजी की मंगलवार को आखिरी एजीएम थी। बतौर चेयरमैन अजीम प्रेमजी (74) की ये आखिरी एजीएम थी। बता दें कि पिछले महीने ही अजीम प्रेमजी ने रिटायरमेंट का एलान किया था। प्रेमजी ने कहा था कि वो 30 जुलाई को रिटायर होंगे। कंपनी ने अजीम के बेटे रिशद प्रेमजी को अगले पांच सालों के लिए पूर्णकालिक निदेशक और एग्जिक्यूटिव चेयरमैन पर नियुक्त कर दिया है। रिशद अब विप्रो समूह की जिम्मेदारी संभालेंगे। उनकी नियुक्ति 31 जुलाई से प्रभावी मानी जाएगी।