टाटा टेलीसर्विसज : 50,000 करोड़ का कर्ज पटाकर सौंपी गई एयरटेल को
नई दिल्ली। टाटा ग्रुप ने अपना मोबाइल फोन कारोबार एयरटेल को बेचने का काम पूरा कर लिया है। दो साल पहले इस मामले में बातचीत शुरू हुई थी, जो अब पूरी हो गई है। टाटा समूह ने इस सौदे को पूरा करने के लिए बैंकों सहित अन्य बकाएदारों का करीब 50 हजार करोड़ रुपये चुका दिया है। इस सौदे के तहत टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) ने अपनी पूरी हिस्सेदारी एयरटेल को बेच दी है।
दो साल में पूरा हुआ सौदा
टाटा टेलीसर्विसेज और टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) देशभर में टाटा डोकोमो के नाम से मोबाइल सेवा दे रहे थे। टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस ने सौदे के तहत 10 हजार करोड़ रुपये का भुगतान दूरसंचार विभाग को भी कर दिया है। इसके अलावा 40 हजार करोड़ रुपये बैंकों सहित अन्य बाकयेदारों को दिया गया है।
टाटा समूह ने जारी किया बयान
टाटा समूह के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर बताया है कि सौदे पर आगे बढ़ने से पहले सभी बकाएदारों को भुगतान कर दिया गया है। प्रवक्ता के अनुसार सौदे के तहत सभी 19 सर्किल का कारोबार एयरटेल को बेच दिया गया है। इसमें से 17 सर्किल में टाटा टेलीसर्विसेज और 2 सर्किल में टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) सेवाएं दे रही थी।
रिलायंस जियो के आने से हुआ घाटा
रिलायंस जियो ने 2016 में मोबाइल फोन सेवा के कारोबार में कदम रखा था। उसी वक्त से इस सेक्टर में भारी उठापटक चल रही है। कई कंपनियां बिक चुकी हैं, तो कई दिक्कत में आ गई हैं। रिलायंस जियो ने मुफ्त और सस्ता डाटा और कॉलिंग की सुविधा देकर पूरे बाजार का मिजाज बदल दिया है। इसी कारण से टाटा ग्रुप की यह कंपनी भी दिक्कत में आ गई थी।
यह भी पढ़ें : Jio और Airtel के प्रीपेड प्लान एक नजर में, चुने सबसे सस्ता