आर के स्टूडियो के बाद अब ये स्टूडियो बिकने वाला, जानें क्या है वजह
R.K स्टूडियो के बाद अब फेमस कमाल अमरोही स्टूडियो को भी कॉमर्शियल प्रॉपर्टी में इस्तेमाल किया जाएगा।
नई दिल्ली: R.K स्टूडियो के बाद अब फेमस कमाल अमरोही स्टूडियो को भी कॉमर्शियल प्रॉपर्टी में इस्तेमाल किया जाएगा। बता दें कि कमाल अमरोही स्टूडियो को कमालिस्तान के नाम से भी जाना जाता है। इस स्टूडियो की स्थापना कमाल अमरोही ने 1958 में की थी। यह वहीं स्टूडियो है जहां बॉलीवुड की कई सुपरहिट फिल्में जैसे महल, पाकिजा और रजिया सुल्तान की शूटिंग हुई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 15 एकड़ में फैली इस जमीन पर जल्द ही देश का सबसे बड़ा कॉर्पोरेट ऑफिस तैयार किया जाएगा। इसे तोड़ कर पूरी तरह से यहां नया कंस्ट्रक्शन होगा।
जानकारी दें कि डीबी रियलिटी और बेंगलुरु स्थित RMZ कॉर्पोरेशन ने मिलकर इस जमीन को नए सिरे से डेवलप करने का फैसला किया है। जो कि पूर्वी उपनगरीय मुंबई क्षेत्र में स्थित यह दूसरा ऐतिहासिक फिल्म स्टूडियो है जिसे बेचा जा रहा है। इससे पहले आरके स्टूडियो बेच दिया गया। कमालिस्तान स्टूडियो की जगह जिस विशाल कॉर्पोरेट ऑफिस का निर्माण किया जाएगा उसका नाम एस्पायर रखा जाएगा।
स्टूडियो की स्थापना?
बता दें कि कमालिस्तान स्टूडियो की स्थापना साल 1958 में कमाल अमरोही ने की थी। इस स्टूडियो में महल (1949), पाकीजा (1972) और रजिया सुल्तान जैसी फिल्मों का निर्माण हुआ, जिन्हें आगे चलकर हिंदी सिनेमा की क्लासिक में शुमार किया गया। इस स्टूडियो में अमर अकबर एंथनी और कालिया जैसी फिल्में भी शूट हुई हैं। 71 साल पुराना आरके स्टूडियो के बंद होने के बाद अब 60 साल पुराने कमालिस्तान स्टूडियो पर भी ताला लगने वाला है।
Godrej Properties ने खरीदी कपूर खानदान की धरोहर RK Studios ये भी पढ़ें
गोदरेज प्रापर्टीज ने खरीद लिया आरके स्टूडियो को
हिंदी फिल्म की महत्वपूर्ण धरोहर आरके फिल्म स्टूडियो को गोदरेज समूह की कंपनी गोदरेज प्रापर्टीज ने खरीद लिया है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि बॉलीवुड में शुरू से ही कपूर खानदान का अपना प्रभुत्व रहा है और अब भी यह जारी है। शोमैन कहे जाने वाले राजकपूर ने आरके फिल्म्स एंड स्टूडियो की स्थापना की थी और इस बैनर के तले उन्होंने कई यादगार फिल्मों का निर्माण किया था। हालांकि बता दें कि 2 साल पहले चेंबूर स्थित आरके स्टूडियो में आग लग गई और उसके बाद ही कपूर खानदान ने इस ऐतिहासिक धरोहर को बेचने का फैसला कर लिया था।
बिना इंटरनेट भी अब होगा फंड ट्रांसफर या भुगतान जानें कैसे? ये भी पढ़ें