China का फिर यू-टर्न, BCIM परियोजना गायब
बीजिंग। चीन ने अपनी अरबों डॉलर की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड परियोजनाओं (China Belt and Road Initiative) की सूची से से बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमार (Bangladesh-China-India-Myanmar) यानी बीसीआईएम (BCIM) आर्थिक गलियारा को हटा दिया है। बीसीआईएम (BCIM) को हटाए जाने के कारणों के बारे में तत्काल कुछ नहीं बताया गया है, लेकिन शनिवार को संपन्न हुए बेल्ट एंड रोड शिखर सम्मेलन (Belt & Road Summit) के दूसरे संस्करण के लीडर्स राउंडटेबल के संयुक्त पत्र में जिन परियोजनाओं की सूची का जिक्र किया गया है, उनमें इस गलियारे का उल्लेख नहीं है। इससे पहले चीन (China) की सत्ता में आसीन चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Chinese Communist Party) ने 22 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट में बीसीआईएम को बेल्ट एंड रोड पहल (Belt & Road Summit) के तहत एक परियोजना बताया था।
सीपीईसी (CPEC) के विरोध में पहले से ही भारत
भारत ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना (China-Pakistan Economic Corridor Project) सीपीईसी (CPEC) का विरोध करते हुए सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया था। सीपीईसी (CPEC) पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है, इसलिए भारत इसका विरोध करता है।
बीसीआईएम (BCIM) में शामिल था कोलकाता
सीपीईसी (CPEC) की तरह बीसीआईएम (BCIM) भी बेल्ट एंड रोड परियोजना के छह प्रमुख गलियारों में शामिल था। इसका मकसद चीन के पूर्वी शहर कुन्मिंग को बांग्लादेश के ढाका और म्यांमार के मांडले समेत भारत के कोलकाता से जोड़ना था।
चीन का बढ़ता दबदबा
भारत ने बीसीआईएम (BCIM) का विरोध तो नहीं किया, लेकिन इस परियोजना के प्रति ठंडी प्रतिक्रिया दी है, क्योंकि देश की पूर्वी सीमा पर स्थित पड़ोसी देशों में चीन का बढ़ता वर्चस्व भारत के लिए चिंता का सबब है। भारत को यह भी आशंका है कि इस परियोजना से देश के पूर्वोत्तर के इलाकों को खतरा पैदा होगा।
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