सरकार के इस फैसले से कम हो जाएगा बिजली का बिल
सरकार ने ऊर्जा दक्षता बढ़ाने के अपने महत्वपूर्ण कार्यक्रम स्टार रेटिंग के दायरे को बढ़ाते हुए माइक्रोवेव ओवन को भी इसमें शामिल किया है।
सरकार ने ऊर्जा दक्षता बढ़ाने के अपने महत्वपूर्ण कार्यक्रम स्टार रेटिंग के दायरे को बढ़ाते हुए माइक्रोवेव ओवन को भी इसमें शामिल किया है। साथ ही वाशिंग मशीन को पानी खपत से जुड़े संशोधित मानदंड के साथ इस योजना में फिर से शामिल किया गया है। जी हां अब भारत में बिकने वाले माइक्रोवेव ओवन (microwave ovens) और वाशिंग मशीन (washing machines) भी स्टार रेटिंग के साथ आएंगे। पावर मिनिस्ट्री ने कहा कि अब इन दोनों इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेस को उनकी एनर्जी इफीशिएंसी के आधार पर स्टार रेटिंग दी जाएगी। पावर मिनिस्ट्री ने एक बयान के माध्यम से कहा कि एनर्जी कंजर्वेशन एक्ट, 2001 के तहत ब्यूरो ऑफ एनर्जी इफीशिएंसी (BEE) द्वारा बनाए गए स्टार लेबलिंग प्रोग्राम तैयार किया गया है।
वाशिंग मशीन और माइक्रोवेव ओवन को मिलेगी स्टार रेटिंग
इस बात से अवगत करा दें कि मिनिस्ट्री का कहना हैं कि प्रोग्राम में एनर्जी परफॉर्मैंस के आधार पर इन दोनों अप्लायंसेस को स्टार रेटिंग दी जाएगी। वहीं शुरुआत में यह प्रोग्राम स्वैच्छिक आधार पर इन दोनों अप्लायंसेस पर लागू होगा और यह 31 दिसंबर, 2020 तक वैध रहेगा।
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बिजली का बिल घट जाएगा
इस प्रोग्राम का उद्देश्य घरेलू अप्लायंसेस में एनर्जी इफीशिएंसी में सुधार करना है, जिससे आम उपभोक्ताओं के बिजली के बिल में कमी आ सके। बीईई (BEE) वाशिंग मशीन को स्टार रेटिंग देने के लिए क्राइटीरिया का संशोधित करते हुए एनर्जी परफॉर्मैंस के साथ वाटर परफॉर्मैंस भी शामिल करेगा।
भारत में माइक्रोवेव ओवन का मार्केट 12.10 लाख
मिनिस्ट्र का अनुमान है कि स्टार रेटिंग वाले माइक्रोवेव ओवन और वाशिंग मशीन अपनाने से 2030 तक कंज्यूमर्स को 300 करोड़ यूनिट बिजली की बचत होगी। वर्ष 2017-18 में भारत में माइक्रोवेव ओवन का मार्केट 12.10 लाख यूनिट था। जिसके सालाना लगभग 2 फीसदी सीएजीआर रेट से बढ़ने का अनुमान है। वर्ष 2017-18 में भारत में वाशिंग मशीन का मार्केट 61 लाख यूनिट रहा था और शहरीकरण की तेज रफ्तार के कारण इसमें 8 फीसदी दर से ग्रोथ होने का अनुमान है।
कंज्यूमर्स में आएगी जागरूकता
वहीं मंत्रालय ने कहा कि माइक्रोवेव ओवन और वाशिंग मशीनों की एनर्जी परफॉर्मैंस में सुधार करना खासा अहम है। इससे कंज्यूमर्स में एनर्जी इफीशिएंट माइक्रोवेव ओवन और वाशिंग मशीनों के इस्तेमाल के प्रति जागरूकता आएगी। इससे घरेलू बिजली बिलों में भी कमी आने का अनुमान है।