बेटी 18 की उम्र में हो जाएगी अमीर, 1000 रुपये से शुरू करें निवेश
नई दिल्ली। हर माता पिता चाहते हैं कि उनकी बेटी (Daughter) को किसी भी चीज का अभाव न हो और पूरी जिंदगी आराम से गुजारे। लेकिन कई बार माता पिता के पास ज्यादा पैसा नहीं होता है तो वह अपनी बेटी की कई जरूरी इच्छाएं पूरी नहीं कर पाते हैं। लेकिन अब संभव है कि बेटी के लिए अच्छी वित्तीय प्लानिंग (Financial planning) की जाए जिससे बेटी 18 साल की होते ही करोड़पति (crorepati) हो जाए, और फिर पूरी जिंदगी इस पैसे से आराम से बिताए। वित्तीय बाजार के जानकार इस वित्तीय प्लानिंग को स्टेप अप प्लानिंग कहते हैं। आज से ही बेटी को करोड़पति बनाने के लिए निवेश (investment planning) शुरू करेंगे तो बेटी को (Financial planning for daughter) करोड़पति बनाना काफी आसान है।
क्या है स्टेपअप निवेश प्लान
स्टेपअप निवेश प्लान (Step up investment plan) में हर साल एक तय प्रतिशत में निवेश राशि को बढ़ाया जाता है। अगर 10 फीसदी का स्टेपअप निवेश प्लान है, तो इसमें निवेश राशि में हर साल 10 फीसदी का इजाफा करना होता है। अगर किसी का इस तरह के प्लान में 1000 रुपये महीने का निवेश (investment) हो रहा है, और यह 10 फीसदी स्टेपअप निवेश प्लान है तो अगले साल इस निवेश को बढ़ाकर 1100 रुपए करना होगा। इसके अगले साल में 1100 रुपये के निवेश को बढ़ाकर 1210 रुपये करना होगा। इसी तरह यह आगे के सालों में भी बढ़ता जाएगा। अगर इस तरह निवेश किया जाए तो आराम 1 करोड़ रुपय (crorepati) का फंड तैयार किया जा सकता है।
जानें कैसी होगी बेटी 18 साल में करोड़पति (how become Daughter crorepati)
बेटी के जन्म लेते ही 5500 रुपए महीने का निवेश किसी अच्छे इक्विटी म्युचुअल फंड में शुरू करें। फिर हर साल इस निवेश में 10 फीसदी का इजाफा करते जाएं। ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका है कि म्युचुअल फंड में सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी सिप (SIP) माध्यम से शुरुआत करें। बाद में इसमें हर साल अपनी जरूरत के हिसाब से निवेश की राशि बढ़ाते जाएं। ऐसा निवेश 18 साल तक चलाते जाएंगे तो बेटी के लिए एक करोड़ रुपये (crorepati) का फंड तैयार हो जाएगा।
निवेश की योजना एक नजर में
-5500 रुपये महीने का शुरू करें निवेश
-इस निवेश में हर साल करें 10 फीसदी का इजाफा
-18 साल तक इस निवेश प्लान को जारी रखें
-इस निवेश पर मिले 15 फीसदी का रिटर्न
-1 करोड़ रुपये (crorepati) का तैयार हो जाएगा फंड
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जानें 5 साल में म्युचुअल फंड (MF) में सिप (SIP) में अच्छा रिटर्न देने वाली स्कीम
1 कैनरा रोबेको इमर्जिंग इक्विटी फंड का रिटर्न 20 फीसदी से ज्यादा रहा है।
2 डीएसपी स्मॉल कैप का रिटर्न 17 फीसदी से ज्यादा रहा है।
3 फ्रैंकलिन इंडिया स्मॉलर कंपनीज फंड का रिटर्न भी 17 फीसदी से ज्यादा रहा है।
4 प्रिंसपल इमर्जिंग ब्लूचिप फंड का रिटर्न भी 17 फीसदी से ज्यादा का रहा है।
5 एचडीएफसी मिडकैप अपर्च्युनिटी फंड का रिटर्न भी 17 फीसदी से ज्यादा का रहा है।
डाटा : 27 फरवरी 2019 तक का अपडेट। 5 साल का रिटर्न कंपाउंडिड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) में।
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एक्सपर्ट्स की राय (Expert opinions for investment)
इक्विटी म्युचुअल फंड (Equity mutual fund) में लम्बे समय में अच्छा रिटर्न मिलता है। ऊपर बताए गए म्युचुअल फंड स्कीम्स का 5 साल का रिटर्न 30 फीसदी से ऊपर है। फाइनेंशियल एडवाइजर फर्म बीपीएन फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम के अनुसार 5 साल से ऊपर का निवेश लम्बे समय का माना जाता है, लेकिन अगर यह निवेश 18 साल के लिए करना हो तो रिटर्न वाकई में बहुत ही अच्छा मिलता है। अगर लक्ष्य को तय करके इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेश किया जाए तो यह अच्छी फाइनेंशियल प्लानिंग माना जाता है। बेटी को करोड़पति (crorepati) बनाने के लिए लक्ष्य अच्छा है, जिसे 18 साल में आसानी से पाया जा सकता है।
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म्युचुअल फंड में सिप क्या है (What is SIP)
म्युचुअल फंड (mutual fund) में निवेश के एक तरीके को सिस्टेमेटिक प्लान (Sistmatic Investment Plan) यानी सिप (SIP) कहते हैं। सिप (SIP) में किसी म्यूच्यूअल फंड में एक निश्चित अंतराल पर लगातार निवेश किसा जाता है। दरअसल यह करीब करीब पोस्ट ऑफिस (Post office) की आरडी (RD) की तरह होता है। इस तरह का निवेश शेयर बाजार मे होने वाले उतार चढ़ाव का म्युचुअल फंड (mutual fund) पर पड़ने वाले निगेटिव प्रभाव को कम करता है और रिटर्न का बढ़ाने में मदद करता है।
सिप (SIP) से निवेश में आसानी
सिप (SIP) माध्यम से निवेश करने मैं बहुत ही आसानी है। इसमें निवेश करने के लिए आपको चुने गए म्युचुअल फंड (mutual fund) को अपने बैंक अकाउंट से लिंक करना होता है। इससे आपकी तरफ से तय की गई तारीख को आपकी तरफ से तय की गई रकम आपके बैंक अकाउंट से अपने आप ही कट कर म्युचुअल फंड कंपनी में चली जाती है। सिप (SIP) शुरू करने के बाद यह पूरा प्रोसेस अपने आप हर माह होता रहता है।
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सिप (SIP) से घटता है निवेश का जोखिम
म्युचुअल फंड (mutual fund) में सिस्टेमेटिक प्लान (Sistmatic Investment Plan) यानी सिप (SIP) माध्यम से निवेश करने से जोखिम कम होता है और ज्यादा लाभ मिलने का चांस बढ़ जाता है। जब भी हम किसी म्युचुअल फंड में सिप (SIP) के माध्यम से निवेश करते हैं तो हमारा पैसा एक निश्चित अंतराल पर म्यूच्यूअल फंड (mutual fund) में निवेश होता है जो शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव के जोखिम को कम करता है। इसके अन्य फायदे जानते हैं
छोटे रकम से निवेश
अगर आप के पास एकमुश्त रकम नहीं है तो सिप (SIP) की शुरुआत केवल 500 रुपये से भी हो सकती है। बाद में धीरे धीरे यही छोटी रकम एक दिन बड़ी रकम का रूप ले लेगी।
कम रिस्क
सिप (SIP) में एक निश्चित अंतराल पर रकम म्यूच्यूअल फंड (mutual fund) में डाली जाती है। इससे मार्केट में होने वाली है उतार-चढ़ाव मे होने वाले जोखिम को कम करता है। इसे समझने के लिए एक उदाहरण लेते हैं। मान लीजिए आपके पास 1,00000 रुपये निवेश करने के लिए है। और इस रकम को आप एक साथ निवेश ना करके आप इस रकम को 10,000-10,000 हजार रुपये की 10 किस्त में हर महीने जमा करते हैं यानी हर महीने 10,000 हजार रुपये का निवेश करते हैं। ऐसे में शेयर बाजार मे होने वाले उतार चढ़ाव को एवरेज करने का मौका आपको 10 बार मिलेगा, जो आपका रिस्क कम कर देगा।
नोट : यह जानकारी वित्तीय बाजार के जानकाराें से बात करके जुटाई गई है। फिर भी निवेश करने से पहले अपने वित्तीय जानकार से सलाह जरूर लें।