Airtel Jio को टक्कर देने के लिए जुटाएगी 32,000 करोड़ रु
देश की टॉप टेलिकॉम कंपनियों (telecom company) में शामिल भारती एयरटेल (Bharti Airtel)के बोर्ड ने इक्विटी और बॉन्ड सेल्स के जरिए 32,000 करोड़ रुपये (4.5 अरब डॉलर) तक जुटाने की योजना को स्वीकृति दी है।
देश की टॉप टेलिकॉम कंपनियों (telecom company) में शामिल भारती एयरटेल (Bharti Airtel)के बोर्ड ने इक्विटी और बॉन्ड सेल्स के जरिए 32,000 करोड़ रुपये (4.5 अरब डॉलर) तक जुटाने की योजना को स्वीकृति दी है। यह किसी भारतीय कंपनी की ओर से फंड जुटाने की सबसे बड़ी कोशिशों में से एक होगी। इसमें से 25,000 करोड़ रुपये राइट्स इश्यू के जरिए और 7,000 करोड़ रुपये फॉरेन करंसी बॉन्ड से हासिल किए जाएंगे।
देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी एयरटेल (telecom company airtel)अपना कर्ज कम करने और फाइनैंसिंग कॉस्ट घटाने, कैश फ्लो बढ़ाने और कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतों के लिए फंड जुटाना चाहती है। रिलायंस जियो (reliance jio) इंफोकॉम की प्राइस वॉर का मुकाबला करने के लिए एयरटेल अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करने की तैयारी कर रही है।
एयरटेल (airtel) के राइट्स इश्यू का प्राइस 220 रुपये प्रति शेयर रखा गया है, जो सोमवार को बीएसई पर कंपनी के शेयर के 317.95 रुपये के बंद प्राइस से 30 पर्सेंट से अधिक का डिस्काउंट है। कंपनी 1.14 अरब शेयर्स इश्यू करेगी। इससे एयरटेल का इक्विटी बेस लगभग 22 पर्सेंट बढ़कर 5.13 अरब इक्विटी शेयर्स का हो जाएगा। राइट्स इश्यू में प्रत्येक 67 शेयर रखने वाले शेयरहोल्डर को 19 शेयर दिए जाएंगे।
32,000 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने की स्वीकृति
आपको बता दें कि कंपनी ने गुरुवार को स्टॉक एक्सचेंजों को बताया, 'भारती एयरटेल (bharti airtel) के बोर्ड ने डायरेक्टर्स की स्पेशल कमेटी के सुझावों पर विचार किया है और 32,000 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने की स्वीकृति दी है।'
एयरटेल पर लगभग 1.15 लाख करोड़ रुपये का कर्ज
ईटी ने भारती एयरटेल की फंड जुटाने की योजना के बारे में 28 नवंबर को रिपोर्ट दी थी। राइट्स इश्यू से मिलने वाले फंड के बड़े हिस्से का इस्तेमाल कर्ज चुकाने और बॉरोइंग कॉस्ट को कम करने के लिए किया जाएगा। भारती एयरटेल पर लगभग 1.15 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। इसमें से उसके भारतीय बिजनेस का कर्ज करीब 80,000 करोड़ रुपये है।
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कंपनी मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास अगले दो सप्ताह में राइट्स इश्यू के लिए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा कर सकती है। फंड जुटाने का प्रोसेस अगले फाइनैंशल ईयर के पहले क्वॉर्टर तक पूरा कर लिया जाएगा।
वोडा-आइडिया ने भी बनाया प्लान
इतना ही नहीं देश की टॉप टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया भी राइट्स इश्यू के जरिए 25,000 करोड़ रुपये हासिल करने की योजना बना रही है। सूत्रों ने बताया कि भारती एयरटेल के प्रमोटर्स सुनील मित्तल और सिंगापुर टेलीकम्युनिकेशंस (सिंगटेल) फंड जुटाने के प्रोसेस में शामिल हो सकते हैं। इन दोनों की संयुक्त तौर पर कंपनी में 67.14 पर्सेंट हिस्सेदारी है।
फाइनैंशल इयर (financial year) 2018 में सिंगटेल ने एयरटेल की प्रमुख होल्डिंग कंपनी भारती टेलिकॉम में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई थी। सिंगटेल के पास अब एयरटेल में 39.5 पर्सेंट स्टेक है। पिछले दो वर्षों में एयरटेल ने अपनी लिस्टेड टावर यूनिट भारती इंफ्राटेल में हिस्सेदारी बेचकर 12,000 करोड़ रुपये से अधिक का फंड जुटाया है