ICICI बैंक की पूर्व CEO चंदा कोचर के खिलाफ CBI ने किया लुक आउट नोटिस जारी
सीबीआई(cbi) ने आईसीआईसीआई(icici bank) बैंक की पूर्व सीईओ और एमडी चंदा कोचर (chanda kochar)के खिलाफ लुकआउट नोटिस(lookout notice) जारी किया है।
सीबीआई(cbi) ने आईसीआईसीआई(icici bank) बैंक की पूर्व सीईओ और एमडी चंदा कोचर (chanda kochar)के खिलाफ लुकआउट नोटिस(lookout notice) जारी किया है। वीडियोकॉन लोन (videocon loan case) मामले में यह कार्रवाई की गई है। वो बिना बताए विदेश नहीं जा पाएंगी।
वीडियोकॉन लोन मामले (videocon loan case)में सीबीआई (cbi)ने पिछले महीने चंदा कोचर(chanda kochar), उनके पति दीपक कोचर(deepak kochar)और वीडियोकॉन ग्रुप के एमडी वेणुगोपाल धूत के खिलाफ एफआईआर(fir) दर्ज की थी। एजेंसी ने वीडियोकॉन कंपनी के मुंबई-औरंगाबाद स्थित दफ्तरों और दीपक कोचर के ठिकानों पर छापे भी मारे थे।
पिछले महीने जांच एजेंसी ने साल 2009 से 2011 के बीच वीडियोकॉन ग्रुप को बैंक से 1,875 करोड़ के छह लोन में कथित तौर पर भ्रष्टाचार के सिलसिले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। लुकआउट सर्कुलर(lookout circular) जारी होने के बाद तीनों देश से बाहर नहीं जा सकेंगे।
हालांकि अधिकारी ने बताया हैं कि सीबीआई(cbi) के पिछले साल प्रीलिमनरी इंक्वायरी की रिपोर्ट फाइल करने के बाद दीपक कोचर और वेणुगोपाल धूत के खिलाफ सभी एयरपोर्ट को लुकआउट सर्कुलर(lookout circular) की जानकारी दी गई थी।
आपको बता दें कि अब इसे फिर से रिवाइव किया गया है। हालांकि, आईसीआईसीआई बैंक(icici bank) की पूर्व चीफ के खिलाफ पहली बार LOC जारी किया गया है। सीबीआई की तरफ से 22 जनवरी को दर्ज एफआईआर (fir)में उनका नाम था, इसलिए उन्हें भी इसके दायरे में लाने का फैसला किया गया है। फिलहाल इस खबर पर चंदा कोचर और धूत की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
वीडियोकॉन ग्रुप (videocon group) को आईसीआईसीआई (icici bank)बैंक की ओर से 2012 में दिए गए लोन और और उसके न्यूपावर रिन्यूएबल्स के साथ लेन-देन से जुड़े मामले में सीबीआई कार्रवाई कर रही है। न्यूपावर दीपक कोचर की कंपनी है।
चंदा कोचर ने 3 महीने पहले इस्तीफा दिया
आपको याद दिला दें कि चंदा कोचर ने पिछले साल अक्टूबर में आईसीआईसीआई बैंक(icici bank) के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया था। वीडियोकॉन को लोन(videocon loan) दिए जाने के मामले में उनके खिलाफ आईसीआईसीआई बैंक स्वतंत्र जांच भी करवा रहा है।
आईसीआईसीआई बैंक(icici bank)की जांच में चंदा दोषी पाई गईं
इस बात से भी अवगत करा दें कि बैंक ने उनके खिलाफ स्वतंत्र जांच करवाई थी। जिसकी रिपोर्ट भी पिछले महीने आ चुकी है। जांच में चंदा को दोषी पाया गया। जांच कमेटी ने कहा कि उनके इस्तीफे को निष्कासन माना जाए।
वीडियोकॉन विवाद से छवि हुई खराब
- वीडियोकॉन विवाद में नाम आने के बाद चंदा कोचर की छवि धूमिल हो गई। सीबीआई ने दर्ज किया केस।
- 2011 में राष्ट्रपति के हाथों देश का दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीय सम्मान पद्मभूषण दिया गया।
- फोर्ब्स और फार्च्यून पत्रिकाओं द्वारा विश्व की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में कई सालों तक शामिल होती रही हैं। उनके नेतृत्व में ही आईसीआईसीआई बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा निजी बैंक बना। बैंकिंग क्षेत्र में किया बड़ा घोटाला।
आपको इस बात से अवगत करा दें कि चंदा कोचर ने आईसीआईसीआई बैंक में 1984 में मैनेजमेंट ट्रेनी नौकरी शुरू की थी। 2009 में उनको बैंक का सीईओ नियुक्त किया गया था। देश के किसी बैंक की पहली महिला सीईओ बनने वाली चंदा राजस्थान के जोधपुर से हैं। 2009 में 48 साल की चंदा किसी बैंक की सबसे युवा सीईओ थीं।