जानें आज के Petrol के नए रेट, सुबह कितने बजे से बदलते हैं दाम
नई दिल्ली। देश में लोगों की सबसे बड़ी परेशानी रोज सुबह उठकर पेट्रोल (petrol) और डीजल (diesel) के दाम जानना है। अब देश में रोज रोज के आधार पर इनके दाम बदलते हैं। हालांकि बुधवार को तो पेट्रोल (petrol) और डीजल (diesel) के दाम नहीं बदले लेकिन आपके लिए यह जानना जरूरी है कि कैसे इसके दाम रोज बदलते हैं और सुबह कितने बजे बदले हुए दाम लागू होते हैं।
पहले जानें आज के रोट
-दिल्ली में अब एक लीटर पेट्रोल (petrol) की कीमत 70.44 रुपये है। वहीं 1 लीटर डीजल (diesel) 65.51 रुपये प्रति लीटर पर है।
-मुंबई में 1 लीटर पेट्रोल (petrol) के नए दाम 76.08 रुपये प्रति लीटर हैं, जबकि 1 लीटर डीजल (diesel) 68.59 रुपये प्रति लीटर है।
-कोलकाता में 1 लीटर पेट्रोल (petrol) अब 72.55 रुपये प्रति लीटर हो गया जबकि 1 लीटर डीजल (diesel) का दाम 67.29 रुपये प्रति लीटर है।
-इसके साथ ही चेन्नई में 1 लीटर पेट्रोल (petrol) 73.11 रुपये और 1 लीटर डीजल (diesel) 69.20 रुपये प्रति लीटर है।
जानें रोज सुबह कितने बजे बदलते हैं दाम
सरकारी तेल कंपनियां कीमतों की समीक्षा करने के बाद प्रति दिन तेल कीमत तय करती हैं। अब इंडियन ऑइल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियमम दैनिक आधार पर 6 बजे से ईंधन की कीमतों में संशोधन कर रही हैं।
ऐसे हुई रोज रेट तय होने की शुरुआत
उदयपुर, जमशेदपुर, विशाखापट्टनम, पुडुचेरी और चंडीगढ़ के पांच शहरों में एक मई 2017 से 40 दिनों का पायलट शुरू किया गया। इसी आधार पर सरकार ने देश के बाकी हिस्सों में भी प्रतिदिन पेट्रोल (petrol) और डीज़ल के मूल्य में बदलावों की व्यवस्था शुरू की। 16 जून 2017 से देशभर में सभी पेट्रोल (petrol) पंपों पर तेल की कीमतें रोज ही तय होती हैं।
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पहले क्या था तरीका
जून 2017 से पहले तक पहले तेल की कीमतें हर 15 दिनों पर तय होती थीं। ये हर महीने की पहली और 16वीं तारीख को होता था। उससे पहले हर तीसरे महीने तेल की कीमतें निर्धारित की जाती थीं। वहीं 18 अक्टूबर 2014 को तेल का रेट तय करने का काम सरकार द्वारा महीने में एक बार होने लगा था।
कीमत तय करने का ये है आधार
विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल (petrol) और डीजल (diesel) की कीमतों में बदलाव होता है। इन्हीं मानकों के आधार पर पर तेल की दरें रोज तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं।
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किन बातों पर निर्भर करता है रेट
वर्तमान में, कच्चा तेल पेट्रोल (petrol) के लिए प्रमुख कच्चा माल भी है। भारत में कच्चे तेल की 75% जरूरतों को आयात के माध्यम से पूरा किया जाता है। इस प्रकार, कच्चे तेल और विदेशी मुद्रा दरों की अंतरराष्ट्रीय कीमतें भारत में पेट्रोल (petrol) की कीमत का आधार बनती हैं। यह खुदरा कीमत का केवल एक छोटा सा हिस्सा तय करता हैं। अंतिम मूल्य अन्य कारकों के द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।
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पेट्रोल (petrol) में कितना हिस्सा टैक्स का
खुदरा बिकने वाले पेट्रोल (petrol) और डीजल (diesel) के लिए जितनी रकम का आप भुगतान करते हैं, उसमें आप 55.5 प्रतिशत पेट्रोल (petrol) के लिए और 47.3 प्रतिशत डीजल (diesel) के लिए आप टैक्स चुका रहे होते हैं।
डीलर भी जोड़ते हैं अपना मार्जिन
डीलर पेट्रोल (petrol) पंप चलाने वाले लोग हैं। वे खुद को खुदरा कीमतों पर उपभोक्ताओं के अंत में करों और अपने स्वयं के मार्जिन जोड़ने के बाद पेट्रोल (petrol) बेचते हैं।
पेट्रोल (petrol) का मूल्य निर्धारण ढांचा
कच्चे तेल ओएमसी द्वारा खरीदा जाता है, जो कच्चे तेल की कीमतें प्रति बैरल के अलावा माल और परिवहन शुल्क का भुगतान करते हैं। इस तेल को तब पेट्रोल (petrol) ियम में परिवर्तित करने के लिए रिफाइनरियों में भेज दिया जाता है। यहां ओएमसी अपनी सेवाओं के लिए रिफाइनरियों को रिफाइनरी ट्रांसफर शुल्क का भुगतान करते हैं। ओएमसी इस रिफाइन्ड पेट्रोल (petrol) पर एक्साइज ड्यूटी का भुगतान करती है। यह परिष्कृत तेल, जो पेट्रोल (petrol) के रूप में है, फिर ओएमसी द्वारा डीलरों को लागत से अधिक लाभ पर बेच दिया जाता है। पेट्रोल (petrol) अब डीलरों के स्वामित्व में होता है। प्रदूषण सेस और अधिभार के साथ राज्य वैट और डीलर के मार्जिन को अंततः पेट्रोल (petrol) की कीमत में जोड़ दिया जाता है, जो पेट्रोल (petrol) के अंतिम खुदरा मूल्य को निर्धारित करता है।
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