गुरुवार को एक बार फिर से पेट्रोल-डीजल के दाम में हुई कटौती
पेट्रोल डीजल के दामों में एक दिन की स्थिरता के बाद आज यानी गुरुवार को कटौती दर्ज की गई है।
पेट्रोल डीजल के दामों में एक दिन की स्थिरता के बाद गुरुवार को कटौती दर्ज की गई है। इस बात से अवगत करा दें कि आईओसीएल की वेबसाइट के अनुसार देश के मुख्य महानगरों में आज पेट्रोल के दाम में 10 पैसे प्रति लीटर की औसतन कटौती की गयी है तो वहीं डीजल के दाम में औसतन 8 पैसे प्रति लीटर की कमी देखने को मिली है।
बीते बुधवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई भी बदलाव नहीं किया या था। लेकिन आज एक बार फिर से तेल के दामों में कटौती देखने को मिली है।
गौरतलब है कि तेल के दामों में कोई बदलाव न होने का कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में हुई कमी बताया जा रहा था। लेकिन हाल ही में क्रूड आयल के दाम में आई कमी और डॉलर के मुकाबले मजबूत आते रुपये के कारण पेट्रोल डीजल के दाम में एक बार फिर कटौती देखने को मिली है।
महानगरों में पेट्रोल की आज का भाव
पेट्रोल के दाम में 10 पैसे प्रति लीटर की कमी दर्ज की गई है। 10 पैसे की कटौती के बाद राजधानी दिल्ली समेत कोलकाता, मुंबर्इ और चेन्नई में पेट्रोल के दाम क्रमशः 71.09, 73.18, 76.72 और 73.8 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। बता दें, कल यानी बुधवार को पेट्रोल के दामों में कोई बदलाव नहीं किया गया था। आप अपने शहर के पेट्रोल की कीमत जानने के लिए यहां क्लिक कर सकते है।
महानगरों में आज के डीजल की कीमत
आज डीजल के दामों में 8 पैसे प्रति लीटर की कटौती दर्ज की गई है। कटौती के बाद राजधानी दिल्ली और कोलकाता में डीजल के दाम घटकर क्रमशः 65.81 और 67.59 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। वहीं बात अगर आर्थिक राजधानी मुंबई की मुंबर्इ और चेन्नर्इ में डीजल के दाम में 9 पैसे प्रति लीटर की कटौती देखने को मिली है। जिसकी वजह से दोनों महानगरों में डीजल के दाम क्रमशः 68.91 और 69.52 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। अपने शहर के डीजल की कीमत जानने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते है।
एक अप्रैल 2002 को शुरू हुई कीमतें रिवाइज
आपको इस बात से रूबरू करा दें कि हर 15 दिन पर कीमतें रिवाइज होने की पुरानी व्यवस्था एक अप्रैल 2002 को शुरू हुई। इसके तहत पिछले 15 दिन में इंटरनेशनल मार्केट में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव और इंटरनेशनल मार्केट में रुपए की कीमतों के आधार पर कीमतों में यह बदलाव किया जाता था।
दरअसल सरकार पेट्रोलिेयम पदार्थों को नियंत्रण मुक्त करना चाहती थी। इसी के चलते पहले हर 15 दिन पर और बाद में रोजना आधार पर कीमतों में बदलाव की व्यवस्था को लागू किया गया।