Gold ETF से निवेशकों ने बीते साल 540 करोड़ रुपया निकाला
निवेशकों ने स्वर्ण ईटीएफ से निकासी को जारी रखा है और उन्होंने पिछले साल इससे 570 करोड़ रुपये से कुछ अधिक की निकासी की।
निवेशकों ने स्वर्ण ईटीएफ(Gold ETF) से निकासी को जारी रखा है और उन्होंने पिछले साल इससे 570 करोड़ रुपये से कुछ अधिक की निकासी की। यह लगातार छठा साल है जब निवेशकों ने स्वर्ण ईटीएफ से निकासी की है।
वहीं एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, स्वर्ण ईटीएफ कंपनियों के प्रबंध के अधीन संपत्तियां 2017 की तुलना में छह प्रतिशत कम होकर 2018 में 4,571 करोड़ रुपये पर आ गई। बता दें कि पिछले कुछ साल से निवेशक अधिक आय होने के कारण स्वर्ण ईटीएफ के बजाय शेयरों में अधिक निवेश कर रहे हैं।
बचत योजनाओं में 1.27 लाख करोड़ रुपये का निवेश
पिछले साल म्यूचुअल फंड योजनाओं में कुल निवेश इस दौरान 1.54 लाख करोड़ रुपये रहा। इस दौरान शेयर और शेयरों से जुड़ी बचत योजनाओं में 1.27 लाख करोड़ रुपये का निवेश देखा गया। आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल 14 गोल्ड ETF से 571 करोड़ रुपये निकाले गए। वर्ष 2017 में यह निकासी 730 करोड़ रुपये की थी।
2013, 2014 और 2015 में क्या था निकासी का आंकड़ा हालांकि इससे पहले गोल्ड ETF से 2013 में 1,815 करोड़ रुपये, 2014 में 1,651 करोड़ रुपये, 2015 में 891 करोड़ रुपये और 2016 में 942 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई थी। जबकि वर्ष 2012 में गोल्ड ETF में 1,826 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश देखने को मिला था।
वर्ष 2011-13 के दौरान 1,900 डॉलर प्रति औंस
एक्सपर्ट की माने तो मॉर्निंगस्टार के निदेशक (शोध प्रबंध) कौस्तुभ बेलापुरकर ने कहा कि वर्ष 2011-13 के दौरान 1,900 डॉलर प्रति औंस के शीर्ष स्तर से गिरने के बाद सोने की वैश्विक कीमतें 1,050-1,350 डॉलर प्रति औंस के दायरे में रही हैं। हालांकि रुपये की गिरावट के कारण हाल ही में 2018 में सोने की घरेलू कीमतें बढ़ी हैं लेकिन पिछले पांच साल से इन्वेस्टर सोने को स्तरीय संपत्ति मानने से हिचकते रहे हैं।