10% सवर्ण आरक्षण अब रेलवे में भी, 2 लाख पदों के लिए जॉब ऑफर
आर्थिक रुप से गरीब सामान्य वर्ग को 10 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा के बाद अब रेलवे ने भी अपने विभाग में इस कोटा को लागू करने का फैसला कर लिया है।
आर्थिक रुप से गरीब सामान्य वर्ग को 10 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा के बाद अब रेलवे ने भी अपने विभाग में इस कोटा को लागू करने का फैसला कर लिया है। रेल मंत्रालय ने इसके तहत दो लाख 30 हजार पदों पर बंफर भर्ती का ऐलान किया है। जिसमें 10 प्रतिशत गरीब सवर्णों को भी आरक्षण मिलेगा। रेल मंत्रालय के नोटिफिकेशन के अनुसार इतने पदों पर भर्तियां दो साल में होंगी।
विभिन्न चरणों के हिसाब से होंगी भर्तियां
जिसमें से पहला चरण फरवरी-मार्च 2019 से शुरु होकर अप्रैल-मई, 2020 तक चलेगा, इसमें 1,31,428 पदों पर भर्तियां होंगी। तो वहीं दूसरे चरण में 99 हजार पदों पर भर्तियां होंगी। यह चरण मई-जून 2020 से शुरु होकर जुलाई-अगस्त 2021 तक चलेगा। बता दें इससे पहले रेलवे ने डेढ़ लाख पदों पर भर्तियां निकाली थीं।
रेलवे में खाली और भरे हुए पद
फिलहाल, भारतीय रेलवे में 15.06 लाख पद हैं। इसमें 12.23 लाख पेरोल पर हैं जबकि 2.82 लाख पद खाली पड़े हैं। अभी डेढ़ लाख से अधिक लोगों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। यह पूरी होने के बाद भी 1.31 लाख पद खाली रह जाएंगे। इसके अलावा करीब 53 हजार कर्मचारी 2019-20 में रिटायर हो जाएंगे। तो वहीं 2020-21 में 46 हजार रिटायर होंगे और फिर 99 हजार पद खाली हो जाएंगे। इसलिए रेलवे ने 2 लाख 30 हजार पदों पर भर्ती के लिए आवेदन निकाला है।
आरक्षित पद
आपको बता दें कि सरकार की नीति के अनुसार पहले चरण में इन भर्तियों में 19715 पद एससी, 9857 पद एसटी और 35485 पद ओबीसी के लिए आरक्षित हैं। इसके बाद संविधान के 103 वें संशोधन के बाद अब आर्थिक रुप से कमजोर सवर्णों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण देने का कानून बन गया है। इसके पालन में रेलवे ने 13,100 पदों को गरीब सवर्णों के लिए आरक्षित कर दिया है। तो वहीं दूसरे चरण की भर्ती में एससी आवेदकों के लिए 15000 पद, एसटी के लिए 7500, ओबीसी के लिए 27000 पद और इडब्लूएस के लिए 10 हजार पद आरक्षित होंगे।
रेलवे में खाली पदों के लिए योग्यता
भारतीय रेलवे ये भर्तियां विभिन्न कैडर में करेगा। जिसके लिए न्यूनतम योग्यता आईटीआई डिप्लोमा या इंजीनियरिंग की डिग्री होगी। हर पद के लिए आधार पर योग्यता भिन्न होगी।