बैंकों का कर्ज चुकाने में डिफॉल्ट हुई जेट एयरवेज
संकट से जूझ रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने बैंकों को कर्ज की मूल किस्त और ब्याज का भुगतान करने में चूक की है।
संकट से जूझ रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने बैंकों को कर्ज की मूल किस्त और ब्याज का भुगतान करने में चूक की है। कंपनी ने बताया कि उसने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व में शामिल बैंकों के समूह का कर्ज का भुगतान करने में देरी की है।
इस बारे में स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया गया है। अस्थायी रूप से नकदी संकट की वजह से कंपनी ब्याज और मूल राशि का भुगतान समय पर नहीं कर पाई है।
वहीं भुगतान की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2018 थी। गौरतलब है कि 25 साल पुरानी विमानन कंपनी पिछले कई महीनों से नकदी संकट का सामना कर रही है।
जिसकी वजह से उसने पायलट और अन्य कर्मचारियों के वेतन भुगतान में भी देरी की है। रुपये में आई कमजोरी, कच्चे तेल की बढ़ी कीमतें और भारतीय विमानन सेक्टर में गलाकाट प्रतिस्पर्धा की वजह से कंपनी को गंभीर नुकसान का सामना करना पड़ा है।
हांलाकि जेट और उसकी दूसरी सबसे बड़ी हिस्सेदारी कंपनी एतिहाद एयरवेज बैंकों के साथ लगातार बातचीत कर कर्ज संकट का समाधान निकानले की कोशिश कर रही हैं। वहीं मना जा रहा हैं कि अबू धाबी की कंपनी एतिहाद, जेट एयरवेज में अपनी मौजूदा हिस्सेदारी 24 फीसद को बढ़ सकती है।
डिफॉल्ट की खबर के बाद बंबई स्टॉक एक्सचेंज बीएसई में कंपनी का शेयर करीब दो फीसद की गिरावट के साथ 276 के आस-पास ट्रेड कर रहा है।