स्वर्ण ईटीएफ से अप्रैल-अक्टूबर में 290 करोड़ रुपये की निकासी
स्वर्ण एक्सचेंज ट्रेडेड कोषों ईटीएफ के प्रति आकर्षक कम होता दिख रहा है। बता दें कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान स्वर्ण ईटीएफ से 290 करोड़ रुपये की निकासी हुई।
स्वर्ण एक्सचेंज ट्रेडेड कोषों ईटीएफ के प्रति आकर्षक कम होता दिख रहा है। बता दें कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान स्वर्ण ईटीएफ से 290 करोड़ रुपये की निकासी हुई। उद्योग संगठन एम्फी के ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी है।
हांलाकि इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 के पहले सात माह में 14 स्वर्ण आधारित ईटीएफ से 422 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी। स्वर्ण कोषों के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) अक्तूबर के अंत तक आठ प्रतिशत घटकर 4,621 करोड़ रुपये रह गईं। जो एक साल पहले समान अवधि में 5,017 करोड़ रुपये थी।
पिछले पांच वर्षों में स्वर्ण ईटीएफ का प्रदर्शन काफी सुस्त
जबकि पिछले पांच वर्षों में स्वर्ण ईटीएफ का प्रदर्शन काफी सुस्त रहा है। वित्त वर्ष 2017-18 में इससे 835 करोड़ रुपये की निकासी हुई, 2016-17 में 775 करोड़ रुपये की निकासी हुई, 2015-16 में 903 करोड़ रुपये की निकासी हुई, 2014-15 में 1,475 करोड़ रुपये की निकासी हुई ओर 2013-14 में 2,293 करोड़ रुपये की निकासी हुई। हालांकि, 2012-13 में इसमें 1,414 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
गोल्ड ईटीएफ के फायदे
- इसमें निवेशक जितनी चाहें उतनी चाहें उतनी यूनिट खरीद सकते हैं। इससे निवेशक जितनी चाहें उतनी राशि से फंड खरीद सकते हैं।
- एक कारोबारी दिन में निवेशकों को अलग-अलग वैल्यू मिलती है और वो किसी भी तरह का ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। इसके जरिये निवेशक इंट्राडे मूवमेंट में भी पैसा कमा सकते हैं।
- निवेशकों को सोने को सुरक्षित रखने के जोखिम की चिंता नहीं रहती। इसमें सोने को खरीदने की तरह कई अन्य तरह के चार्ज नहीं होते।
- इसमें निवेशक अपनी सहूलियत के अनुसार एंट्री और एक्जिट ले पाता है तो फिजिकल गोल्ड में नहीं हो पाता है।
खरीद- ब्रिकी डीमेट अंकाउंट के जरिये
जैसा की आप जानते हैं गोल्ड ईटीएफ में आप सोने की खरीद ऑनलाइन करते है। और तो आप ऑनलाइन बेच भी सकते है। बता दें कि खरीद- ब्रिकी डीमेट अकाउंट के जरिये होती है। गोल्ड ईटीएफ फंड बड़े पैमाने पर फिजिकट गोल्ड की खरीद करता है और उसे स्टोर करता है। यह ईटीएफ के पास होता है और निवेशकों को उनके निवेश के बदले शेयर ऑफर किए जाते हैं।