1 फरवरी को 2019-20 के लिए अंतरिम के बदले पूर्ण बजट हो सकता है पेश
सरकार ने बजट 2019 की तैयारी शुरु कर दी है। तो वहीं वित्त मंत्रालय ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट भाषण के लिए केंद्रीय मंत्रालयों से सुझाव मांगे हैं।
नया साल शुरु होने में मात्र 1 महीने बचे हैं और फरवरी के आते ही बजट पेश किया जाएगा। जिसके चलते सरकार ने बजट 2019 की तैयारी शुरु कर दी है। तो वहीं वित्त मंत्रालय ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट भाषण के लिए केंद्रीय मंत्रालयों से सुझाव मांगे हैं। आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले ये सरकार का आखिरी बजट होगा। लाइव मिंट की खबर के अनुसार सरकार 1 फरवरी को पूर्ण बजट पेश कर सकती है। आमतौर पर लोकसभा चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश होता है।
बता दें अंतरिम बजट को हिंदी में लेखानुदान कहते हैं। लाइव मिंट की ही खबर के अनुसार वित्त मंत्रालय 1 फरवरी 2019 को पूर्ण बजट पेश करने की योजना बना रहा है। मई 2019 में सरकार के 5 साल पूरे हो जाएंगे। इस हिसाब से मार्च-अप्रैल में लोकसभा चुनाव हो सकते हैं। सरकार अपनी नीतियों की निरंतरता का संकेत देना चाहती है।
इससे पहले खबर आई थी कि सरकार बजट 2019-20 में इनकम टैक्स से जुड़े प्रस्ताव बजट में शामिल करेगी। 3 दिसंबर से वित्त मंत्रालय में पत्रकारों की आवाजाही पर रोक लग जाएगा।
इसके अलावा वित्त मंत्राय ने एक पत्र भेजकर मंत्रालयों से कहा है कि कृपया 30 नवंबर 2018 तक अपने विभाग से संबंधित जरुरी सूचना या सुझाव उपलब्ध कराएं। 2019-20 के बजट भाषण में शामिल करने के लिए सामग्री भेजने के लिए कहा है। वित्त मंत्रालय ने अक्टूबर से ही 2019-20 के बजट की तैयारी शुरु कर दी थी। बजट 1 फरवरी 2019 को पेश किया जाएगा। ये बजट वित्तमंत्री अरुण जेटली का लगातार छठा बजट होगा।
निर्धारित व्यवस्था के तहत चुनाव वर्ष में लेखानुदान पेश किया जाता है और नई सरकार पूर्ण बजट पेश करती है।