नवंबर में फिर बढ़े LPG सिलेंडर के दाम, जानें कितना पड़ेगा आपकी जेब पर असर
एलपीजी सिलेंडर के दामों में नवंबर महीने में फिर से बढ़ोत्तरी कर दी गई है। सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 2.94 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ गई है।
इस दिवाली आम आदमी को रसोई गैस पर कोई तोहफा नहीं बल्कि दु:ख भरी खबर मिली है क्योंकि एलपीजी सिलेंडर के दामों में नवंबर महीने में फिर से बढ़ोत्तरी कर दी गई है। सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 2.94 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ गई है। तो वहीं गैर सब्सिडी वाले सिलेंडरों की कीमत में 60 रुपए की वृद्धि की गई है।
अब सब्सिडी वाले सिलेंडर 505 रुपए में मिलेंगे
आपको बता दें कि सिलेंडर के आधार मूल्य में बदलाव और उस पर कर के प्रभाव से दाम में वृद्धि हुई है। तेल कंपनी इंडियन ऑयल ने अपने एक बयान में कहा है कि 14.2 किलो के सब्सिडीयुक्त एलपीजी सिलेंडर का दाम बुधवार रात्रि से 502.40 रुपए से बढ़कर 505.34 रुपए प्रति सिलेंडर हो जाएंगे।
छठवीं बार एलपीजी के दामों में हुई है वृद्धि
बता दें कि सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम में जून से यह छठी वृद्धि है। तब से लेकर अब तक दाम 14.13 रुपए बढ़ गए हैं। एलपीजी उपभोक्ताओं को बाजार मूल्य पर रसोई गैस सिलेंडर खरीदना होता है। फिलहाल सरकार साल भर में 14.2 किलो वाले 12 सिलेंडरों पर सीधे ग्राहकों के बैंक खाते में सब्सिडी डालती है। बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमतें 60 रुपए बढ़कर 880 रुपए प्रति सिलेंडर हो गई है। इसके साथ ही ग्राहकों के खातों में हस्तांतरित होने वाली सब्सिडी नवंबर 2018 में बढ़कर 433.66 रुपए प्रति सिलेंडर हो गई, जो कि अक्टूबर महीने में 376.60 रुपए प्रति सिलेंडर पर थी।
ऐसे तय होते हैं एलपीजी के दाम
औसत अंतराष्ट्रीय बेंचमार्क दर और विदेशी मुद्रा विनिमय दर के अनुरूप एलपीजी सिलेंडर के दाम तय होते हैं, जिसके आधार पर सब्सिडी राशि में हर महीने बदलाव होता है। जब अंतराष्ट्रीय दरो में वृद्धि होती है तो सरकार अधिक सब्सिडी देती है, लेकिन कर नियमों के अनुसार रसोई गैस पर जीएसटी की गणना ईंधन के बाजार मूल्य पर ही तय की जाती है। ऐसे में सरकार ईंधन की कीमत के एक हिस्से को तो सब्सिडी के तौर पर दे सकती है, लेकिन कर का भुगतान बाजार दर पर करना होता है इसके चलते कीमत में वृद्धि होती है।
जीएसटी के कारण सब्सिडी वालों पर असर
साथ ही यह भी कहा गया है कि वैश्चिक कीमतों में वृद्धि और विदेशी मुद्रा विनिमय में उतार चढ़ाव से बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर 60 रुपए महंगा हो गया है, जबकि सब्सिडी वाले एलपीजी ग्राहकों पर जीएसटी के कारण केवल 2.94 रुपए का बोझ पड़ेगा।