ई- कॉमर्स कंपनियों ने ऑफलाइन बाजार को किया फीका
ग्राहकों में बढ़ती ऑनलाइन खरीदारी के रुझान से इस साल दीवाली के मौके पर ऑफलाइन यानी खुदरा दुकानदारों धंधा मंदा होता जा रहा है।
ग्राहकों में बढ़ती ऑनलाइन खरीदारी के रुझान से इस साल दीवाली के मौके पर ऑफलाइन यानी खुदरा दुकानदारों धंधा मंदा होता जा रहा है। त्योहारों का सीजन चल रहा है ऐसे में ग्राहकों को अपने तरफ लुभाने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियां एक से बढ़ कर ऑफर्स लेकर आ रही हैं। ई- कॉमर्स कंपनियां अपने ऑफर्स के कारण ग्राहकों को अपने तरफ लुभाने में कामयाब भी हो रही है।
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार ई-कामर्स कंपनियों ने नवरात्रि तकरीबन 1500 करोड़ का कारोबार किया था। जहां एक तरफ इस दिवाली ई- कॉमर्स कंपनियों का कारोबार बढ़ता ही चला जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ ऑफलाइन यानी खुदरा दुकानदारों का कारोबार घटता ही जा रहा है।
ऑफलाइन कारोबार से जुड़े लोगों का दावा हैं कि अब तक इसमें 15-20 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक सामान देखने बाजार आते हैं लेकिन खरीदारी ऑनलाइन ही करते हैं।
ऑफलाइन कारोबार फीकी पड़ी
ऑफलाइन कारोबारियों के लिए ये दिवाली 5 सालों में अभी तक सबसे मंदी रही है। कारोबारियों के अनुसार ग्राहक सामान देखने बाजार आते है। लेकिन खरीदारी ऑनलाइन ही करते है। क्योंकि वहां पर ज्यादा डिस्काउंट के साथ ही कैसबैक का भी ऑफर मिलता है।
जिसके कारण ग्राहकों की ज्यादा बचत होती है और वो ऑफलाइन शॉपिंग नहीं करते है। इस दिवाली ग्राहक फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसे ई-कॉमर्स कंपनियों सें सामान खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे है।
वाणिज्य मंत्री से मुलाकात करेंगे
ऑनलाइन और ऑफलाइन कारोबार में बढ़ते इस अंतर को देखते हुए कारोबारियों के संगठन दिवाली से पहले वाणिज्य मंत्री से मुलाकात कर मामले को उनके सामने रखने का मन बना रहे हैं। इन संगठनों ने पहले भी ऑनलाइन सेल के खिलाफ शिकायतें की हैं और सरकार से नियमों में बदलाव की गुहार लगाई है।
ग्राहकों की दिलचस्पी ऑफलाइन के प्रति कम
पिछले साल के मुकाबले इस साल ऑफलाइन तमाम बड़े बाजारों में दिवाली बिक्री की तैयारी धरी रह गयी है। सबसे ज्यादा असर फोन और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक आइटम पर दिख रहा है। बाजारों में इस साल दिवाली पर ग्राहकों की आवाजाही करीब 30 फीसदी घटी है। और तो बिक्री में भी ये असर देखने को मिल रहा है।
कारोबारियों का कहना हैं कि इस दिवाली फ्लिपकार्ट और अमेजन की वजह से ऑफलाइन शॉपिंग को लेकर ग्राहकों के बीच उत्सुकता देखने को नहीं मिल रही है।