त्योहारों पर यात्रियों को रेलवे दे सकता है यह बड़ा तोहफा
यहां पर आपको बताएंगे कि भारतीय रेलवे फ्लेक्सी फेयर सिस्टम का इस्तेमाल करके त्योहारों में किस तरह से यात्रियों को एक बड़ा तोहफा दे सकता है।
त्योहारों में यात्रियों की खुशी को दोगुनी करने के लिए भारतीय रेलवे एक खास तोहफा लेकर आ रहा है। जी हां दिवाली और छठ के मौके पर यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे फ्लेक्सी फेयर स्कीम को वापस ला सकता है। जी न्यूज बेव पोर्टल के अनुसार आपको बता दें कि यह स्कीम अभी 142 ट्रेनों पर लागू है। जिनमें से राजधानी, दुरंतो और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनें शामिल हैं।
रेलवे से मिलने वाला दूसरा फायदा
तो वहीं भारतीय रेल की ओर से यात्रियों को दूसरा फायदा यह मिल सकता है कि फ्लेक्सी फेयर खत्म होने बार अगर सीट खाली रहती है तो यात्रियों को 50 प्रतिशत के डिस्काउंट पर वह सीट मिल सकती है। इस पर फैसला रेलवे इसी सप्ताह ले सकता है। फ्लेक्सी फेयर स्कीम की आलोचना होने के बाद इसका बदलने की लंबे समय से योजना चल रही थी। कई बार डायनामिक फेयर के कारण ट्रेन का किराया हवाई यात्रा के किराए से ज्यादा हो जाता था। रेलवे को लगता है कि इससे उसकी आय बढ़ने में मदद मिलेगी।
यह है भारतीय रेलवे का प्लान
बता दें कि फ्लेक्सी फेयर को पूरी तरह से खत्म करने के लिए रेलवे हमसफर ट्रेन का मॉडल उपयोग कर सकती है। फ्लेक्सी फेयर और हमसफर ट्रेनों के किराये मॉडल में काफी अंतर है। फ्लेक्सी फेयर स्कीम को खत्म करने के बाद रेलवे खाली पड़ी सीटों को बुक करने के लिए 50 प्रतिशत की छूट दे सकता है। फिलहाल इस पर अंतिम निर्णय होना बाकी है।
सैकड़ों ट्रनों पर लागू हो सकता है नियम
रेल यात्रियों को ट्रेन टिकट पर 50 प्रतिशत का डिस्काउंट आईआरसीटीसी की वेबसाइट और रिजर्वेशन काउंटर से टिकट बुक करने पर मिल सकता है। यात्रा से 4 दिन पहले तक सीटें खाली रहने पर 102 ट्रेनों में डिस्काउंट वाला स्कीम को लागू किया जा सकता है। जिन ट्रेनों में 60 से कम बुकिंग हो रही है उनके ग्रेड तय कर यात्रियों को डिस्काउंट मिल सकता है। इसके अलावा टिकट पर 20 प्रतिशत तक डिस्काउंट मिल सकता है। अभी डायनामिक किराया 44 राजधानी, 46 शताब्दी और 52 दुरंतो ट्रेन पर लागू है।
फ्लेक्सी फेयर सिस्टम
आपको बता दें कि भारतीय रेलवे की तरफ से लागू किया गया फ्लेक्सी फेयर सिस्टम पूरी तरह से मांग-आपूर्ति पर निर्भर होता है। इसके तहत जिस समय टिकट की मांग अधिक होती है उस समय टिकट की कीमतें बढ़ा दी जाती है। ऐसा त्योहारी सीजन में ही होता है। वैसे, दूसरी तरफ जब टिकट की मांग कम हो जाती है तो कीमतें सामान्य हो जाते हैं। अब तक ऐसा सिर्फ हवाई जहाज की टिकटों पर था।