माइक्रोसॉफ्ट अमेजन को पीछे छोड़कर दुनिया की दूसरी बड़ी कंपनी
अमेजन को तीसरी तिमाही में अनुमान से कम रेवेन्यू से बड़ा तगड़ा झटका लगा है।
अमेजन को तीसरी तिमाही में अनुमान से कम रेवेन्यू से बड़ा तगड़ा झटका लगा है। इसके चलते शुक्रवार को दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी के स्टॉक में लगभग 8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
जिससे उसकी मार्केट वैल्यू लगभग 68 अरब डॉलर यानी 5 लाख करोड़ रुपए घट गई। इसके साथ ही अमेजन ने माइक्रोसॉफ्ट के हाथों दुनिया की दूसरी बड़ी कंपनी का ताज गंवा दिया।
दुनियां की पांच टॉप कंपनियां
ये हैं दुनिया की टॉप 5 कंपनियां एप्पल 1040 अरब डॉलर, माइक्रोसॉफ्ट 821 अरब डॉलर, अमेजन 801 अरब डॉलर, अल्फाबेट गूगल 751 अरब डॉलर, बर्कशायर हाथवे 489 अरब डॉलर
अनुमान से कम रहा रेवेन्यू
बता दें कि गुरुवार की शाम जारी जेफ बेजोस की अगुआई वाली अमेजन के तीसरी तिमाही के नतीजों के मुताबिक, कंपनी की अर्निंग पर शेयर (ईपीएस) मार्केट के अनुमान से बेहतर रही। लेकिन अमेजन का कुल रेवेन्यू अनुमान से कमतर रहा। कंपनी का तीसरी तिमाही का रेवेन्यू 56.60 अरब डॉलर रहा, जो मार्केट एनालिस्ट्स के 57.10 अरब डॉलर के अनुमान से कमतर रहा।
मार्केट वैल्यू लगभग 68 अरब डॉलर घटी
हालांकि स्टॉक में इस गिरावट के साथ कंपनी की मार्केट वैल्यू लगभग 68 अरब डॉलर घट गई। इस प्रकार कंपनी की कुल मार्केट वैल्यू लगभग 869 अरब डॉलर से घटकर 801 अरब डॉलर रह गई। जिससे बिल गेट्स की अगुआई वाली माइक्रोसॉफ्ट से मार्केट वैल्यू के मामले में अमेजन पीछे छूट गई। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह 29 जनवरी, 2016 के बाद अमेजन के लिए सबसे खराब दिन है।
हॉलिडे सीजन के लिए दिया कमजोर गाइडैंस
वहीं कंपनी ने हॉलिडे सीजन के लिए दिए गए गाइडैंस को भी खासा कमजोर माना जा रहा है। जिससे अमेजन के स्टॉक को लेकर मार्केट का सेंटीमेंट कमजोर हुआ है। अमेजन ने दिसंबर, 2018 में समाप्त होने वाली चौथी तिमाही के लिए 2.1 अरब डॉलर से 3.6 अरब डॉलर के बीच ऑपरेटिंग इनकम का अनुमान जाहिर किया है जो मार्केट के 3.9 अरब डॉलर के अनुमान से खासा कम है।
एडवर्टाइजिंग बिजनेस में 2.5 अरब डॉलर की कुल बिक्री
दूसरी तरफ नतीजों पर गौर करें तो अमेजन का क्लाउड कंप्यूटिंग बिजनेस और एडवर्टाइजिंग बिजनेस अभी भी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। अमेजन वेब सर्विसेस ने तिमाही में 2.1 अरब डॉलर की ऑपरेटिंग इनकम दर्ज की, जो अनुमान से बेहतर रही। अमेजन की एक और मेन कैटेगरी माने जाने वाले एडवर्टाइजिंग बिजनेस में 2.5 अरब डॉलर की कुल बिक्री दर्ज की गई।