सितंबर में आयात 10.45% बढ़ा, जबकि निर्यात में 2.15% की गिरावट आयी
यहां पर आपको भारत के सितंबर महीने में होने वाले आयात और निर्यात के आंकड़ों को बताएंगे।
रिर्पोट के अनुसार देश के निर्यात में सितंबर में साल दर साल के आधार पर 2.15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। जबकि देश का व्यापार घाटा पिछले पांच महीने के न्यूनतम स्तर पर आ गया है, जिसमें कच्चे तेल की हाल की उच्च कीमतों की प्रमुख भूमिका है। तो वहीं दूसरी तरफ सितंबर में आयात में 10.45 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। समीक्षा बयान में कहा गया है कि सितंबर में व्यापार घाटा 13.98 अरब रुपए का रहा, जो कि पिछले पांच महीनों का सबसे न्यूनतम स्तर है, जबकि कच्चे तेल की कीमतें उच्च स्तर पर हैं।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार निर्यात में गिरावट का मुख्य कारण उच्च आधार प्रभाव है। साल 2017 के सितंबर में डॉलर के संदर्भ में करीब 26 प्रतिशत की बेहद उच्च तेजी दर्ज की गई थी, क्योंकि जीएसटी लागू होने से पहले कीमतों में काफी कटौती की गई थी, जिससे निर्यात में काफी तेजी आयी थी।
मंत्रालय ने अपनी समीक्षा में कहा कि यह अल्पकालिक प्रचलन से परे की घटना है। निर्यात में फिर तेजी आएगी और प्राप्त आय में करीब 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। इस साल के अक्टूबर के आंकड़ों से आगे के प्रचलन का पता चलेगा। आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन माह में पेट्रोलियम उत्पादों, ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक केमिकल्स और ड्रग्स के निर्यात में सबसे ज्यादा तेजी रही।
तो वहीं इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल ऑफ इंडिया (EEPC) ने कहा कि सितंबर के आंकड़ों में गिरावट यह दिखाता है कि डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरती कीमत से निर्यातकों को कोई फायदा नहीं हुआ है। EEPC के अध्यक्ष रवि सहगल ने एक बयान में का है सितंबर में निर्यात में 2.15 प्रतिशत की गिरावट यह दर्शाता है कि रुपए की गिरती कीमत का कोई फायदा नहीं हुआ है।