अमेजन इंडिया अपने ग्राहकों के लिए हिंदी वेबसाइट को लांच किया
अमेजन इंडिया ने भारतीय ग्राहकों के लिए भाषा बाध्यता तोड़ते हुए मंगलवार को अपने ई-कॉमर्स पोर्टल अमेजॉन डॉट इन के लिए हिंदी विकल्प की लिंक लांच की है। ग्राहक को यह सेवा एंड्रोएड और इसकी मोबाइल बेवसाइट
अमेजन इंडिया ने भारतीय ग्राहकों के लिए भाषा बाध्यता तोड़ते हुए मंगलवार को अपने ई-कॉमर्स पोर्टल अमेजॉन डॉट इन के लिए हिंदी विकल्प की लिंक लांच की है। ग्राहक को यह सेवा एंड्रोएड और इसकी मोबाइल बेवसाइट पर उपलब्ध मिलेगी। हिंदी शॉपिंग लांच करना 10 करोड़ नए ग्राहकों को ऑनलाइन करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, इस बात की सुचना अमेजॉन इंडिया के उपाध्यक्ष कैटेगरी प्रबंधन मनीष तिवारी ने कहा।
इतना ही नहीं अभी प्रतिस्पर्धी कंपनियों जैसे फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, पेटीएम मॉल और शॉपक्लूज की वेबसाइट और एप सिर्फ अंग्रेजी में उपलब्ध है। अमेजन के इस पहल से या यूं कहें कि इस देसी संस्करण से हिंदी भाषी उपभोक्ताओं को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
अमेजॉन के भारत की पहली भाषा लांच
बता दें कि आप अमेजॉन डॉट इन के हिंदी में लांच होने से सभी चीजों की जानकारी हिंदी में आसानी से मिल जायेंगे। उपभोक्ता उत्पाद की जानकारी, फायदेमंद सौदा और छूट, स्थान और ऑर्डर, अपने ऑर्डर के लिए भुगतान, अपने खाते को संभालने, अपने ऑर्डर को ट्रैक करने और ऑर्डर हिस्ट्री ये सारी जानकारी हिंदी में देख सकेंगे। मौके पर तिवारी ने कहा, अमेजॉन के भारत की पहली भाषा लांच करने से देश भर में हिंदी को वरीयता देने वाले करोड़ों उपभोक्ताओं को उनकी भाषा में खरीदारी करने की सुविधा देगा।
कभी भी अपनी भाषा बदल सकते
हिंदी में खरीदारी करने वाले उपभोक्ता मुख्य पृष्ठ पर सबसे ऊपर बाएं कोने से हिंदी का विकल्प चुन सकते हैं। अमेरिकी मूल की ऑनलाइन रिटेलर कंपनी ने कहा कि उपभोक्ता कभी भी अपनी भाषा बदल सकेंगे। उपभोक्ताओं को हालांकि 'सर्च फीचर' और 'उत्पाद पहुंचाने के पते' को अंग्रेजी में ही भरना होगा।
अगले कुछ महीनों में और आप्शन एड होंगे
इतना ही नहीं अमेजॉन इंडिया ने कहा कि उनकी टीम अगले कुछ महीनों में उत्पाद की समीक्षा, रेटिंग, प्रश्न और उत्तर भी हिंदी में उपलब्ध कराने की कोशिश करेंगी।
बता दें कि 2021 तक देश में हिंदीभाषी इंटरनेट उपयोक्ताओं की संख्या अंग्रेजी उपयोक्ताओं से बढ़ जाने का अनुमान है. इसके अलावा मराठी एवं बंगाली आदि क्षेत्रीय भाषाओं के उपयोक्ता भी बढ़ेंगे। यह भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र की वृद्धि के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।