फिल्म देखना पड़ सकता है महंगा, 40 प्रतिशत के करीब बढ़ सकते टिकट के दाम
फिल्मों के प्रति रूचि रखने वालों के लिए यह खबर वाकई मायने रखती हैं। बता दें कि सिनेमा देखने जाने के दौरान मल्टीप्लेक्स में फूड व बेवरेज ले जाने की इजाजत मिल गयी है।
फिल्मों के प्रति रूचि रखने वालों के लिए यह खबर वाकई मायने रखती हैं। बता दें कि सिनेमा देखने जाने के दौरान मल्टीप्लेक्स में फूड व बेवरेज ले जाने की इजाजत मिल गयी है। साथ ही साथ इस बात की भी जानकारी मिली हैं कि पहले के मुकाबले 20-40 फीसदी तक की कीमत चुकानी पड़ेगी। साफ शब्दों में कहा जाएं तो अब फिल्म देखना महंगा पड़ सकता है।
यानी कि अभी अगर सिनेमा के टिकट के लिए आप अगर 200 रुपये चुकाते हैं तो आपको 240-280 रुपये तक देने पड़ सकते है। टिकट के दाम में अंतर इसलिए होगा, क्योंकि अलग- अलग मल्टीप्लेक्स के कुल कारोबार में फूड एवं बेवरेज की हिस्सेदारी अलग-अलग है। मल्टीप्लेक्स में फूड व बेवरेज ले जाने की इजाजत को लेकर बाम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई चह रही है।
शुत्रों कि माने तो अगर फूड व बेवरेज को मल्टीप्लेक्स में ले जाने की इजाजत मिल जाती है तो मल्टीप्लेक्स को फूड व बेवरेज के कारोबार से मिलने वाले रेवन्यू में कमी आएगी। जिसकी भरपाई के लिए मल्टीप्लेक्स वाले निश्चित रूप से टिकट के दाम बढ़ाया जायेंगा।
पीवीआर ने 684.36 करोड़ रुपए का कारोबार
वहीं ये बात भी सच हैं कि मल्टीप्लेक्स के लिए फूड व बेवरेज काफी अहम हिस्सा है। पीवीआर जैसे बड़े मल्टीप्लेक्स के कुल कारोबार में फूड व बेवरेज की हिस्सेदारी 30 फीसदी से अधिक है। बता दें कि चालू वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में पीवीआर ने 684.36 करोड़ रुपए का कारोबार किया। जिसमें फूड एवं बेवरेज की हिस्सेदारी 202.71 करोड़ रुपए की थी। मल्टीप्लेक्स के कारोबार में बॉक्स ऑफिस कलेक्शन यानी कि टिकट के दाम से होने वाले कलेक्शन के बाद सबसे अधिक रेवन्यू फूड व बेवरेज से आते हैं।