TRAI प्रमुख ने अपने Aadhaar को किया पब्लिक, हैकर्स ने किया ये दावा
TRAI के प्रमुख आरएस शर्मा ने शनिवार को ट्विटर पर अपना आधार नंबर सार्वजनिक करते हुए लोगों को चुनौती दी कि वे केवल इस जानकारी के आधार पर उन्हें नुकसान पहुंचाकर दिखाएं।
आधार से जुड़ी हैकिंग को चुनौती देने के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के प्रमुख आरएस शर्मा ने शनिवार को ट्विटर पर अपना आधार नंबर सार्वजनिक करते हुए लोगों को चुनौती दी कि वे केवल इस जानकारी के तहत उन्हें नुकसान पहुंचाकर दिखाएं। तो फिर इसके जवाब में कई हैकर्स ने दावा किया कि उन्होंने शर्मा द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उनके बैंक डिटेल्स निकाल लिए हैं। इन हैकर्स ने इसको ट्विटर पर पर शेयर भी किया। तो वहीं कुछ हैकर्स ने उनके खाते में 1 रुपए भेजने का दावा करते हुए स्क्रीनशॉट भी शेयर किए, उन्होंने साथ ही ट्रांजेक्शन आईडी भी शेयर की।
हैकर्स का दावा 14 जानकारियों का पता चला
रिर्पोट के अनुसार कई हैकर्स ने दावा किया है कि शर्मा ने जो अपना आधार कार्ड नंबर सार्वजनिक किया है, उसके आधार पर उन्होंने उनसे जुड़ी 14 जानकारियों का पता लगाया है। इसमें आरएस शर्मा का मोबाइल नंबर, रिहायशी पता, जन्मतिथि, पैन नंबर, वोटर आईडी नंबर, टेलीकॉम ऑपरेटर, फोन मॉडल जैसी निजी महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल हैं।
बिना सहमति के 1 रुपए जमा करने का भी दावा
इसके अलावा हैकर्स ने यह भी दावा किया कि उनके बैंक अकाउंट का नंबर समेत अन्य पांच बैंक खातों का IFCs कोड भी प्राप्त कर लिया है। इनमें से कुछ हैकर्स ने उनके अकाउंट में 1 रुपए जमा कराने का दावा करते हुए कहा है कि बिना उनकी सहमति के ही पैसा उनके अकाउंट में जमा कराया जा सकता है और पैसा भेजकर उनके ब्लैकमेल किया जा सकता है। इसके साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग जैसे अन्य खतरों के प्रति भी आगाह किया है। तो वहीं बाद में आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था UIDAI ने ट्राई के चेयरमैन आरएस शर्मा के समर्थन में आते हुए कहा है कि आधार पूरी तरह से सुरक्षित है।
आपको बता दें कि एथिकल हैकर्स सुरक्षा या किसी चुनौती का टेस्ट करने के लिए कंप्यूटर नेटवर्क को हैक करते हैं। अपराधिक गतिविधियो को अंजात देना उनका मुख्य मकसद नहीं होता है।
जानकारी डाटाबेस या आधार सर्वर पर नहीं है
यूआईडीएआई ने ट्राई प्रमुख आरएस शर्मा के बचाव में उतरते हुए कहा कि शर्मा की जो व्यक्तिगत जानकारी ट्विटर पर डाली जा रही है वह आधार डाटाबेस या उसके सर्वर से नहीं ली गई है। इस बारे में डाटाबेस को हैक किए जाने के जो दावे किए जा रहे हैं, वह जानकारी गूगल सर्च पर आसानी से उपलब्ध हैं। इसके लिए 12 अंकों के विशिष्ठ पहचान संख्या की आवश्यकता भी नहीं है।
आम नागरिक के तौर पर दी थी चुनौती
बता दें कि शर्मा के इस खुली चुनौती के बाद ट्विटर इस्तेमाल करने वालों के बीच एक खुली जंग छिड़ गई और इनमें से कईयों ने शर्मा की व्यक्तिगत जानकारी जैसे पैन, मोबाइल नंबर, घर का पता इत्यादि बताना शुरू कर दिया। तो वहीं रविवार को ट्राई प्रमुख ने आधार समर्थकों और विरोधियों के बीच ट्विटर पर छिड़ी जंग के बीच अपनी सफाई देते हुए का कहा कि यह चुनौती ट्राई प्रमुख के तौर पर नहीं बल्कि एक आम नागरिक की हैसियत से दी थी।