16वें दिन 60 पैसे घटे पेट्रोल के दाम, डीजल 56 पैसा सस्ता
पिछले कई दिनों से बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दाम में आज 16वें दिन कुछ नरमी देखने को मिली है। बुधवार की हल्की कमी के बावजूद, दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अभी भी उच्चतम स्तर के करीब है
पिछले कई दिनों से बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दाम में आज 16वें दिन कुछ नरमी देखने को मिली है। बुधवार की हल्की कमी के बावजूद, दिल्ली और मुंबई समेत कुछ शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अभी भी उच्चतम स्तर के करीब हैं। पेट्रोल की कीमतों में दिल्ली में प्रति लीटर 3.8 रुपये, कोलकाता में 3.74 रुपये प्रति लीटर, मुंबई में 3.76 रुपये प्रति लीटर है।
देखें मेट्रो शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें
बुधवार को पेट्रोल की कीमतें 60 पैसे और डीजल की कीमतें 56 पैसे प्रति लीटर घटी है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, पेट्रोल की नई कीमतें दिल्ली में 77.83 रुपए, कोलकाता में 80.47 रुपए, मुंबई में 85.65 रुपए और चेन्नई में 80.80 रुपए प्रति लीटर होंगी। तो वहीं डीजल की कीमतें दिल्ली में 68.75 रुपए, कोलकाता में 71.30 रुपए, मुंबई में 73.20 रुपए और चेन्नई में 72.58 रुपए होंगी। राज्यों द्वारा लगाई जाने वाली लेवीज के कारण राज्यों में दोनों ईंधन की कीमतें अलग-अलग होती हैं।
क्रूड ऑयल में भी गिरावट रुकी
20 फीसदी महंगा होने के बाद शुक्रवार और सोमवार को क्रूड में बड़ी गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार को 2.5 फीसदी टूटने के बाद सोमवार को क्रूड में फिर 1.49 प्रतिशत गिरावट रही है। क्रूड 76 का लेवल तोड़कर 75.30 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया था। पिछले एक सप्ताह में क्रूड में करीब 7.5 फीसदी की गिरावट आई है।
पेट्रोल की कीमतों का दूसरे देशों से जुड़ाव
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें सिंगापुर पेट्रोल की कीमतों और अरब खाड़ी की डीजल की कीमतों से जुड़ी हुई हैं, जो ज्यादातर कच्चे तेल की कीमतों में आंदोलन को ट्रैक करती हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि कच्चे तेल की कीमत करीब 75 डॉलर प्रति बैरल हो गई है क्योंकि सऊदी अरब और रूस ने कहा था कि वे 2014 से कच्चे तेल की कीमतों में सबसे ज्यादा दबाव डालने वाले आपूर्ति प्रतिबंधों को कम करने के लिए तैयार थे।
क्रूड ऑयल और आयात बिल
कच्चा तेल भारत के आयात बिल पर सबसे महंगा सामान है क्योंकि देश आयात के जरिए तेल की 80 प्रतिशत से अधिक आवश्यकताओं को पूरा करता है। इसलिए, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में कमजोरी घरेलू पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर भी दबाव डालती है। इस साल अब तक ग्रीनबैक के मुकाबले रुपया 6 फीसदी से नीचे है।