सिर्फ बिटक्वाइन में होगा लेन-देन, रुपया-डॉलर हो जाएंगे बंद!
अगर आप हेडलाइन पढ़कर हैरान हैं तो आपकी ये हैरानी जायज है। बिटक्वाइन के बढ़ते प्रभाव ने तमाम देशों की करेंसी और सरकार दोनों को हिलाकर रख दिया है। 1 बिटक्वाइन की कीमत आज के वक्त में 8 हजार 735 डॉलर यानि कि 5 लाख 69 हजार 174 रुपए है। समय-समय पर बिट्क्वाइन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की जाती रही है लेकिन सरकारें चाहे वह अमेरिका की हों या फिर भारत की इस पर लगाम लगाने में असहाय नजर आती हैं।
बिटक्वाइन के जरिए ही होगा लेन-देन: जैक डॉर्सी
अब ट्विटर के CEO जैक डॉर्सी ने अपने एक वक्तव्य में कहा है कि वह दिन दूर नहीं जब दुनिया भर में बिट्क्वाइन जैसी करेंसी के जरिए लेन-देन होगा। जैक डॉर्सी ने द टाइ्स के साथ दिए हुए एक इंटरव्यू में कहा कि आने वाले समय में बिटक्वाइन दुनिया की लेन-देन करने वाली मुद्रा बन जाएगी।
बिटक्वाइन के प्रशंसक हैं जैक डॉर्सी
आपको बता दें कि जैक डॉर्सी बिटक्वाइन के समर्थक भी हैं और प्रशंसक भी हैं। जैक डॉर्सी ट्विटर के अलावा स्क्वायर के भी सीईओ हैं। हाल ही उन्होंने स्क्वायर कैश नाम शुरु किया है जिसके जरिए सीधे बिटक्वाइन को खरीदा और बेचा जा सकता है। अगर जैक डॉर्सी की बात में जरा भी सच्चाई है तो इसे दुनिया भर की सरकारों को एक खतरे के संकेत के तौर पर लेना चाहिए।
बुल-बुला है बिटक्वाइन: बफेट
बिटक्वाइन को लेकर दुनिया के तमाम बड़े दिग्गज समय-समय पर बयान देते रहते हैं। कुछ दिन पहले मार्केट गुरू वॉरेन बफेट ने बिटक्वाइन को लेकर अपनी राय जाहिर की थी और उन्होंने निवेशकों को सलाह देते हुए कहा कि क्रिप्टोकरंसी का बुलबुला कभी भी फूट सकता है और निवेशकों को इससे बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बिटक्वाइ का अंत बहुत बुरा होगा: बफेट
वॉरेन बफेट ने कहा था कि क्रिप्टोकरंसी का अंत बुरा होगा और ये करेंसी लंबे वक्त तक बाजार में नहीं टिकेगी। उन्होंने निवेशकों को सलाह देते हुए कहा कि इससे अच्छा है कि वह लॉन्ग टर्म शेयरों में निवेश करें जहां जोखिम की संभावना बहुत कम है।
भारत सरकार ने जारी की चेतावनी
वहीं भारत सरकार, वित्तमंत्रालय और RBI सभी ने लोगों से बिटक्वाइन में निवेश ना करने की अपील की है। वित्तमंत्रालय ने बिटक्वाइन को मान्यता देने से साफ इंकार कर दिया है। वहीं सरकार ने आरबीआई से भी बात की है ताकि पोंजी स्कीम के आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई हो सके। हालांकि वित्त मंत्रालय के उच्चाधिकारियों का कहना है कि बिटकॉइन बेशक कानूनी रूप से वैध नहीं है, लेकिन इसके काले कारोबार के खिलाफ कार्रवाई करना भी आसान नहीं है, क्योंकि यह वर्चुअल करेंसी है। आरबीआई ने निवेशकों को आगाह किया है कि बिटकॉइन में ट्रेडिंग को मान्यता नहीं दी गई है, ऐसे में वर्चुअल करंसी में ट्रेड करना काफी जोखिम भरा है।
बिटक्वाइन के बारे में कितना पता है लोगों को?
दिलचस्प बात ये है कि बिट्क्वाइन के बारें में लोगों के पास बिट्क्वाइन से ही संबंधित जानकारी है। इसे कौन जारी करता है, किसने इसे शुरु किया है, इन सवालों से जुड़े सभी आंकलन निराधार हैं। बिटक्वाइन से इतने रहस्य जुड़े हैं जिसके बारे में किसी का अनुमान सही साबित हो ही नही रहा है। यहां तक की जो दावा किया जा रहा है कि बिटक्वाइन का आविष्कार सातोशी नाकामोतो ने किया है वह नाम भी असली है या मनगढ़ंत इस पर भी विवाद है।
कौन है सातोशी नाकामोतो?
सातोशी नाकामोतो के होने के कोई पुख्ता सबूत अबतक नहीं मिले हैं। फिर भी कुछ खोजी लोगों ने ये रिपोर्ट दी की सातोशी नाकामोतो आयरलैंड के डबलिन के ट्रिनिटी कॉलेज से ग्रेजुएट है और उन्होंने क्रिप्टोग्राफी में डिग्री हासिल की है।
क्या बिट्क्वाइन आर्थिक आजादी का समर्थन करता है?
सातोशी का जापानी में अर्थ है 'आजादी' जिससे ये अनुमान लगाया जा रहा है कि सातोशी नाकामोतो पैसों के लेनदेन में आजादी के समर्थक हैं और वह किसी तीसरी पार्टी जैसे बैंक आदि के बजाय दो व्यापारियों के बीच सीधे लेन-देने के समर्थक हैं।